ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर में भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि विकास प्राधिकरण नोटिस देने के बावजूद इमारत का निर्माण जारी हैं। रुद्रपुर में लगातार अवैध निर्माण बढ़ रहे हैं। लेकिन प्रधिकरण और संबंधित विभाग सख्त कार्रवाई की बजाय सिर्फ कागजी औपचारिकताओं से बाहर नहीं आ रहा है। ताजा मामला जिला मुख्यालय रुद्रपुर के किच्छा बाईपास पर शुक्लाफार्म के पास का है।
उत्तराखंड में भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए सूबे के मुखिया धामी ने कड़े दिशा निर्देश जारी किए थे। सरकार जब बनी थी, तभी प्राथमिकताओं में भूमाफियाओं पर कार्रवाई के लिए नियम कायदे कानून जारी करने के निर्देश दिए थे। धामी सरकार में अब भी भू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि उन पर कार्यवाही का भी कोई असर नहीं दिखता है। आपको बता दे रुद्रपुर के किच्छा बाईपास पर शुक्ला फॉर्म के ठीक सामने एक विशेष समुदाय के बाहरी व्यापारी (ट्रांसपोर्टर) द्वारा पहले तो नजूल भूमि की नियमों के विरुद्ध जाकर खरीद-फरोख्त की गई। और अब उसके द्वारा अवैध निर्माण शुरू कर दिया गया है। इतना ही नहीं धार्मिक स्थल की ओर जाने वाले सड़क पर भी इस बाहरी व्यापारी द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। इस मामले को हमने प्रमुखता से उठाते हुए प्रशासन और प्रधिकरण की कार्यवाही का नहीं कोई असर! नियमों को ताक पर रख खड़ी हो रहीं इमारतें, नजूल भूमि पर फिर शुरू हुआ अवैध निर्माण के शीर्षक नाम से एक खबर प्रकाशित की थी। वही इस खबर के प्रकाशित होने के बाद विकास प्राधिकरण हरकत में आया और खबर का संज्ञान लेते हुए मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण को बंद करवा दिया। इतना ही नहीं निर्माणकारी पर कार्यवाही करते हुए नोटिस जारी किया गया। लेकिन एक बार फिर अवैध निर्माणकारी विकास प्राधिकरण और प्रशासन की आंख में धूल झोंकर चोरी छुपे निर्माण शुरू करवा दिया है और इसके साथ धीरे-धीरे अपने मंसूबों को अंजाम दे रहा है। वही अब ये देखना दिलचस्प होगा कि विकास प्राधिकरण की नींद खब खुलती है।