अंकिता भंडारी मर्डर केस में एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी रेणुका देवी ने अहम खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी की पोस्टमार्टम की जो रिपोर्ट आई हैं वो घटनास्थल के साक्ष्यों से मेल खाती है. वहीं पी रेणुका देवी ने आगे कहा कि आरोपित को भी घटनास्थल पर ले जाया गया. रिजॉर्ट स्टाफ से पूछताछ में पता चला कि टॉप कैटेगरी के कमरों में रुके मेहमानों को वीआईपी गेस्ट कहा जाता है। इससे पूर्व मीडिया को डीआईजी पी रेणुका देवी ने बताया कि पोस्टमार्टम एम्स में हुआ है डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमार्टम किया है और वीडियोग्राफी हुई है कोर्ट की अनुमति से पोस्टमार्टम का वीडियो देखा जा सकता है पी रेणुका देवी ने कहा कि अंकिता के संपर्क में जितने लोग थे सबसे पूछताछ की जा रही है इस मामले को लेकर राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। क्योंकि अंकिता के रिजॉर्ट से लापता होने का मामला राजस्व पुलिस द्वारा ही दर्ज किया गया था उन्होंने कहा कि था कि टीम अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रही है जल्द ही आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
आपको बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का था अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। वहीं जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की तब जाकर तीनों ने राज उगला इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा अब आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं. मामले की जांच एसआईटी कर रही है एसआईटी तीनों आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाकर क्राइम सीन रीक्रिएट करवा चुकी है तमाम गवाहों के बयान लिए जा चुके हैं अभी भी एसआईटी की जांच जारी है।