न्यायिक सिद्धांत में अक्सर यह कहा जाता है कि भले 100 गुनहगार छूट जाएं लेकिन किसी निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए। लेकिन जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर में ट्रांजिट कैम्प पुलिस की सूझबूझ और कुशल कार्यप्रणाली से कानून के इस कथन को सच कर दिखाया है कि किसी निर्दोष को सजा न हो लेकिन उसे यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोई गुनहगार सजा से बचकर जाने न पाए।
एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में थाना ट्रांजिट कैम्प पुलिस ने एक बेगुनाह गरीब मजदूर को सही जांच कर दूध का दूध पानी का पानी कर दिखाया। पुलिस के अनुसार विगत 28 मई को ट्रांजिट कैम्प निवासी महिला द्वारा थाने आकर सूचना दी गई कि उसकी नाबालिग पुत्री के साथ पड़ोस में रहने वाले महिपाल शर्मा ने अपनी साइकिल में बैठाकर ले जाकर दुष्कर्म किया। मामले की सूचना पर थाना ट्रांजिट कैम्प में गम्भीर अपराध और पोक्सो अधिनियम के तहत महिपाल शर्मा मुक़दमा पंजीकृत किया गया। और इस मामले को उच्च अधिकारी को अवगत कराया गया। मामले में जांच के दौरान घटना के समय आरोपी महिपाल शर्मा का सतगुरु की कंपनी में काम करने की पुष्टि हुई। जिससे पीड़िता द्वारा बताई गई घटना ट्रांजिट कैम्प पुलिस को संदेहास्पद प्रतीत हुई। उधर इस मामले के संज्ञान के बाद एसएसपी मंजूनाथ टीसी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि कोई भी गरीब तथा बेगुनाह व्यक्ति गंभीर अपराध में जेल नहीं जाना चाहिए। जिसके बाद घटना के खुलासे हेतु हेतु क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में ट्रांजिट कैम्प थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा के नेतृत्व में पीडिता के मोबाइल की डिटेल तथा घटनास्थल के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज चैक की तथा नामित आरोपी के मूवमेंट को भी सीसीटीवी तथा लोकेशन के आधार पर ट्रेस किया गया। तो जांच के दौरान पीडिता को एक पड़ोस के अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाने की बात सामने आई। मोबाइल नम्बर आईडी तथा सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल की जांच करने के बाद सुमित कुमार पुत्र हीरा लाल निवासी जालिम नगला थाना भोजीपुरा बरेली उ.प्र. द्वारा पीड़िता को बहला फुसलाकर ले जाना तथा उसके साथ दुष्कर्म किये जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले सुमित कुमार को सिडकुल ढाल के पास से गिरफ्तार किया।
वही मामले का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम चंद्रशेखर ने बताया कि इस मामले का सही आरोपी पीड़िता के मकान के पीछे ही किराये पर रहता था जहां उसने पीड़िता को छत पर बुलाकर उसके साथ दोस्ती करने का नाटक किया और अपना मोबाइल नंबर देकर उसे बहला फुसालकर घुमाने के बहाने उसे अपने साथ ले जाकर दुष्कर्म किया। एसपी क्राइम चंद्रशेखर ने पुलिस टीम ने बताया कि ट्रांजिट कैम्प पुलिस की कड़ी मेहनत के कारण एक बेगुनाह को गंभीर अपराध से बचाकर न्याय दिलाया गया तथा असली अपराधी को सब के सामनेलाकर सलाखों के पीछे भेजा गया। वही खुलासे के दौरान एसपी क्राइम चंद्रशेखर और सीओ अनुषा बडोला ने ट्रांजिट कैम्प थानाध्यक्ष सुन्दरम शर्मा की जमकर तारीफ करते हुए उनके कार्यप्रणाली प्रशंसा की।