प्रदेश के हर एक विधानसभा चुनाव की तरह किच्छा विधानसभा चुनाव में शह-मात के खेल में सभी पार्टियों ने खूब चालें चलीं। लेकिन किच्छा में कांग्रेस के आगे सभी की चल बोनी साबित हुई कांग्रेस ने यहां भाजपा के दमदार विधायक शुक्ला को पठखनी दी और जीत हासिल किया। लेकिन चुनाव बीतने के बाद भी अब तक किच्छा विधानसभा में लगातार शह और मात का खेल जारी है। जिससे पुलिस की मुश्किलें लगातर बढ़ीं है तो वही कांग्रेस और भाजपा अपना कुनवा मजबूत करने के लिए कुछ भी करने से पीछे नहीं हट रही है। किच्छा में रविवार को जो हुआ है वह हैरान करने वाला है। कांग्रेस से तीन बार के सभासद रहे पूर्व सभासद धनीराम अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गये। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने उनका स्वागत करते हुए कहां कि धनीराम के आने से भाजपा को मजबूती मिलेगी। उन्होंने दावा किया कि धनीराम ने देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के सीएम धामी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए है।
एक बार फिर राजनैतिक गलियारो में पूर्व सभासद धनीराम के अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने की कहानी ने कई सवाल खड़े कर दी है।क्योकि धनीराम पर शनिवार को हुए मारपीट और लूट के मुकदमे के बाद ही भाजपा की नीतियां क्यों पंसद आयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीएम धामी तो लंबे समय से अच्छा काम कर रहे है। धनीराम विधानसभा चुनाव के समय भी भाजपा में शामिल हो सकते थे। धनीराम के भाजपा में आने के बाद माना जा रहा की उनके ऊपर दर्ज मुकदमे का पटाक्षेप हो जायेगा। यदि ऐसा हुआ तो वर्तमान विधायक द्वारा लगाए जा रहे पुलिस पर उनके आरोपों की पुष्टि हो जायेगी।जो वह लम्बे समय से पुलिस पर लगाते आ रहे हैं। पुलिस सत्ता के इशारे पर काम कर रही है।
आपको बता की किच्छा पुलिस ने शनिवार को दरऊ के पप्पू पाल की तहरीर पर पूर्व सभासद धनीराम के खिलाफ मारपीट व लूट का केस दर्ज किया था,दर्ज मुकदमे में कहा गया था कि शुक्रवार को वह किच्छा आया तभी पुरानी गल्ला मंडी में पूर्व सभासद धनीराम से उसकी बाइक टकरा गयी। आरोप है कि धनीराम गाली गलौज करने लगा और फोन करके लड़कों को बुलाकर हमला करा दिया। इस दौरान उसकी जेब में रखे 2400 रुपये छीन लिये गए,उसके सिर व हाथ पर गुम चोट आयी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इधर कांग्रेसियों ने पुलिस पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओ के उत्पीडन व झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया था।