जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर में ई रिक्शा चालक को आत्महत्या के लिए विवश करने के एक मामले में पुलिस ने कोर्ट के निर्देश पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करते हुए मामले की गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार घटना के बारे में न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर मोहल्ला महेशपुरा निवासी शबाना पत्नी इमरान ने बताया कि उसका पति बैटरी रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण किया करता था। बीते 6 मार्च की रात्रि लगभग 11ः30 बजे वह डरा सहमा घर आया। उसने परिजनों को बताया कि जीत कॉलोनी महेश पुरा निवासी लियाकत उर्फ भूरा पुत्र नवरंगी को मेन मार्केट काशीपुर निवासी सर्वजीत सिंह के सूरज किराना स्टोर से बहन की शादी के लिए अपनी गारंटी पर 45 हजार रूपयों का सामान दिलाया था। इसके अलावा 50 हजार नगद दिए थे। सर्वजीत रुपए के लिए उस पर लगातार दबाव बना रहा था लेकिन लियाकत रकम वापस नहीं कर रहा था। इस मामले को लेकर स्थिति काफी तनावपूर्ण हो चुकी थी। महिला ने कोर्ट को यह भी बताया कि ग्राम बैल जूड़ी नहर की पुलिया के समीप कुंडा निवासी जिया उर्फ लîóू वाले की तरफ उसके ढाई लाख रुपए निकल रहे थे। इन्हीं पैसों से सूरज किराना स्टोर के हिसाब किताब अदा किए जाने को लेकर इमरान को षडयंत्र के तहत बुलाकर गोदाम में बंद कर दिया और तेल फैक्ट्री के पास मानपुर रोड निवासी विवेक कुमार, सूरज किराना स्टोर के मालिक सर्वजीत सिंह, ग्राम बैल जूड़ी निवासी जिया उर्फ लîóू एवं जीत कॉलोनी मोहल्ला महेशपुरा निवासी लियाकत उर्फ भूरा पुत्र नवरंगी ने आपस में हमसाज होकर उसके साथ गाली गलौज करते हुए रिक्शा चालक की बुरी तरह पिटाई कर उसे धमकाया। इस घटना से रिक्शा चालक इस कदर दहशत में आ गया कि उसने परिजनों को घटना की जानकारी देने के बाद फांसी लगा ली। मृतक की पत्नी ने कोर्ट को यह भी बताया कि घटना के बाद वह न्याय की गुहार लगाने पुलिस के अफसरों तक गई लेकिन पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। फिलहाल घटना के लगभग 4 माह बाद पुलिस रिपोर्ट के निर्देश पर उपरोत्तफ चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 306 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करते हुए जांच की कार्यवाही शुरू कर दी।