पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भाजपा के खिलाफ रात भर थाना परिसर में धरने पर डटे रहे। शनिवार को भी उनका धरना जारी रहा। उन्होंने मुकदमा वापस न लेने तक थाना परिसर में धरना देने का ऐलान किया है।
बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भाजपा सरकार की ओर से धांधली का आरोप लगाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन्हें वापस लेने की मांग को लेकर हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपम रावत के नेतृत्व में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता दो दिन से बहादराबाद थाना परिसर में धरना दे रहे थे। धरने के दूसरे दिन शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे उन्होंने भाजपा सरकार पर पंचायत चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। धरने पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को सहयोगियों के साथ बहादराबाद थाना परिसर में फैली गंदगी को साफ किया। शुक्रवार को हरीश रावत रात पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर डटे रहे। सुबह उन्होंने धरना स्थल पर ही योग किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई बेहद जरूरी है, अगर विपक्ष ने यह लड़ाई नहीं लड़ी तो भाजपा सरकार पूरे विपक्ष को कपड़े में लपेट कर गंगा में बहा देगी। उन्होंने भाजपा सरकार के तानाशाही के विरोध में पूरे राज्य में आम जनता को साथ लेकर आंदोलन की बात कही। हरीश रावत ने कहा कि सरकार के दबाव में आकर पुलिस- प्रशासन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धमकाया। इससे डरकर कोई भी कांग्रेस का ब्लाक प्रमुख या जिला पंचायत प्रत्याशी बनने को तैयार नहीं हुआ। धरना-प्रदर्शन को समर्थन देते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराकर डर का माहौल बना रही है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी अपनी लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी। कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से बौखलाई भाजपा सरकार ने हरिद्वार पंचायत चुनावों में खुलेआम सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर जीत हासिल की। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक, राजवीर सिंह चौहान, कलियर विधायक फुरकान अहमद, कैलाश प्रधान, साधुराम चौहान, अनुज मुखिया, संजय चौहान, दाताराम चौहान, जसवंत चौहान, शोभाराम प्रधान, शमशेर भड़ाना आदि मौजूद रहे।