उत्तराखंड में मॉनसून की बौछार जारी है ऐसे में पहाड़ों में भूस्खलन तो मैदानी इलाकों में जलभराव की समस्याएं देखने को मिल रही हैं लेकिन खटीमा में बाढ़ और आपदा राहत के लिए बनाई गई बाढ़ चौकियों से कर्मचारी ही गायब हैं. ज्यादातर बाढ़ चौकियों पर ताले लटके हुए हैं जिस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं, मामले में अब एसडीएम संबंधित कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
बता दें कि खटीमा तहसील प्रशासन ने मॉनसून के मद्देजनर बाढ़ संभावित क्षेत्र दाह ढाकी, जादोपुर, मजगमी, मेपहरबान नगर, सुनपहर, प्रतापपुर समेत अन्य क्षेत्रों में बाढ़ चौकियां (बाढ़ कंट्रोल रूम) बनाई हैं. मॉनसून चरम पर है सूबे में जमकर बारिश हो रही है कई जगहों पर नुकसान की खबरें हैं हैरानी की बात है कि यहां बाढ़ चौकियों पर ताले लटके हुए हैं कई बाढ़ राहत चौकियों पर कर्मचारी ही उपस्थित नहीं है। खटीमा बाढ़ कंट्रोल रूम में लटके ताले.क्या बोले वहीं बारिश से क्षेत्र में भारी जलभराव देखने को मिल रहा है, लेकिन प्रशासन लापरवाह बना नजर आ रहा है. मामले पर जब खटीमा उपजिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट से बात की गई तो उनका कहना है कि जिन बाढ़ चौकियों पर कर्मचारी उपस्थित नहीं हैं उनकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी. सभी बाढ़ चौकियों को उचित तरीके से सुचारू किया जाएगा।