उत्तराखंड प्रदेश में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये सियासी महासमर में उम्मीदवारों के इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई है। नई विधानसभा में विधायक बनने के लिये लालायित नेतओ ने जहां निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ अब तक भाजपा ने अपने 11 कैंडिडेट के नाम घोषित नहीं किये है। जबकि कांग्रेस के 17 सीटों पर नाम घोषित होने बाकी है। चुनावी घमासान के बीच आज पूर्व सीएम रावत की सीट पर प्रदेशवासियों की निगाहें टिकी हुई है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत का टिकट फाइनल कर दिया गया है। जबकि पूर्व कैबिनेट मंत्राी हरक सिंह रावत को भी चुनाव लड़ाने का फैसला किया गया जा सकता है। डोईवाला में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की सीट पर भी मंथन जारी है। अंतिम समय में प्रत्याशियो की सूची आने के बाद ही उत्तराखंड में चुनाव की दिशा तय होगी।पिछले चार दिन से चल रही माथा पच्ची के बाद रविवार को भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी कर सकते है। सूत्रों के अनुसार अधिकांश सीटों पर सहमति के बावजूद पार्टी ने ताओं में गुटबाजी के स्वर फूटने से आलाकमान के समक्ष नई चुनौती खड़ी हो सकती है। कांग्रेस ने बीते एक दिन पहले रात में अपने 53 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। इनमे वो प्रत्याशी शामिल हैं जो लंबे समय से अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे और लोगों के बीच जाकर काम किया। इसी के साथ जातीय समीकरण भी देखा गया। कांग्रेस ने लोकप्रियता, सक्रियता का खासतौर पर ध्यान रखकर टिकट दिया। इस बार कांग्रेस ने 10 नए चेहरों को मौका दिया । इधर उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के सहित यूकेडी और बसपा और सपा के उम्मीदवारों ने भी ताल सियासी महासमर में ताल ठोक दी है।
तपस कुमार विश्वास
संपादक