जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर ट्रांजिट कैंप के फुटबॉल ग्राउंड में मेले लगाने के विरोध में लाल बहादुर शास्त्री यंग क्लब और स्थानीय लोगों ने पार्षद मोनू निषाद और युवा नेता शंकर विश्वास के नेतृत्व में अपना विरोध दर्ज करते हुए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिला मुख्यालय रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप में बच्चों के खेलने के लिए एक मात्र बड़ा खेल मैदान है। जिसमें बच्चे क्रिकेट और फुटबॉल खेलकर अपनी खेल प्रतिभा को निखारते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से ट्रांजिट कैंप में एक खबर तेजी से फैल रही है कि इस बड़े खेल मैदान में आने वाले समय में लगभग 1 महीने के लिए मेले का आयोजन किया जाना है। वही मेले के आयोजन को लेकर कैम्प के लोगों दो गुटों में बट गए है। एक गुट खेल मैदान में मेला आयोजित कराना चाहता है। तो दूसरा गुट इसका घोर विरोध करते हुए बच्चों के छुट्टियों के समय मेले लगाने का जमकर विरोध किया कर रहा है। लोगों का कहना है कि मेला लगने से बच्चे खेल के साथ शारीरिक व्यायाम से दूर हो जाएंगे। दलील है कि बच्चों के खेलने के लिए ट्रांजिट कैंप में केवल एक ही मैदान है और मेले जैसे आयोजन से बच्चों को खेलने के लिए जगह नहीं मिलती एवं युवा पीढ़ी जो सेना की भर्ती के लिए दौड़ आदि की तैयारी करते हैं उनके लिए भी कैंप में केवल एक ही खेल मैदान हैं। लोगों का कहना है कि मेले के बाद मैदान में गंदगी का अंबार लग जाएगा है साथ ही मैदान काफी क्षतिग्रस्त भी हो जाएगा जिसे ठीक करने में काफी समय लगेगा और अव्यवस्था भी फैलेगी। इतना ही नहीं स्थानियों के मुताबिक ट्रांजिट कैंप का खेल मैदान से सिडकुल का मुख्य मार्ग भी सटा हुआ है अक्सर सुबह एवं शाम सिडकुल के कर्मचारियों की ड्यूटी के समय जाम की स्थिति बनी रहती है। मेला लगने के कारण आने वाले समय में और भी जाम का सामना करना पड़ सकता है। जिस कारण स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन को मेले की अनुमति ना देने का अनुरोध किया।
उधर सोशल मीडिया में भी इन दिनों ट्रांजिट कैंप के फुटबॉल मैदान में मेला लगने की चर्चाओं को लेकर जंग छिड़ी हुई है। मेले को लेकर लोगों की तरह- तरह से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, तो वही मैदान और खेल से संबंध रखने वाले अधिकतर लोग मेला लगने का घोर विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते लोगों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालो में आदेश भारद्वाज, कोमल सिंह, गुड्डू, सिवा,सागर, राजेश, संजीव विश्वास, आशीष, सागर, सत्यम सिंह, सुजीत दास, सूरज दास, कुंदन एवं अन्य स्थानीय लोग मौजूद रहे।