उत्तराखंड की उधमसिंह नगर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चरस और नशीली गोलियां बरामद हुई हैं। पुलिस लगातार अवैध नशे के खिलाफ अभियान चला रही है।
धामी सरकार का प्रयास है कि साल 2025 तक देवभूमि उत्तराखंड को अवैध नशे के दलदल से बाहर निकाला जाए। उत्तराखंड पुलिस भी इस दिशा में तेजी से काम कर रही है और लगातार अवैध नशे के खिलाफ अभियान चला रही है इसी अभियान के तहत पुलिस को एक और कामयाबी मिली है ऊधम सिंह नगर जिले की एसओजी और सितारगंज पुलिस ने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से बड़ी मात्रा चरस और प्रतिबंधित नशीली गोलियां बरामद हुई हैं। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि एसओजी टीम ने बड़ी मात्रा में चरस के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से पुलिस को करीब 1.5 किलोग्राम चरस बरामद हुई है। वहीं सितारगंज थाना पुलिस ने प्रतिबंधित नशे की गोलियों के साथ एक आरोपी गिरफ्तार किया है. आरोपी ऑल्टो कार से इन गोलियों की तस्करी कर रहा था। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एसओजी/एएनटीएफ और कोतवाली पुलिस चेकिंग अभियान चला रही थी। तभी टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि शहर में चरस की खेप लाई जा रही है। पुलिस ने देरी किए बिना आरोपियों को पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया। तभी खेड़ा इलाके में साई मंदिर पास पुलिस को दो संदिग्ध दिखाए दिए। पुलिस ने रोककर जब उनकी तलाशी ली तो उनके पास से करीब 1.5 किलोग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम शेखर गुप्ता और राजीव गुप्ता निवासी बदायूं और बरेली बताये. आरोपियों ने बताया कि वह चरस की खेप नेपाल बॉर्डर से लेकर आये थे। वह यूपी और जनपद में चरस की सप्लाई करते हैं। वहीं सितारगंज के सरकड़ा चौकी पुलिस ने सरकड़ा-फुलैया रोड कब्रिस्तान से कुलवंत सिंह निवासी मैनाझण्डी थाना सितारगंज को प्रतिबंधित दवाइयों के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी परचून की दुकान की आड़ में नशीले गोलियों का व्यापार करता है।