अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उत्तरांचल प्रांत का 23वां प्रांत अधिवेशन का शुभारम्भ सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया, रुद्रपुर के जनता इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय 23वें उत्तरांचल अधिवेशन के मौके पर सीएम धामी ने विद्यार्थी परिषद के छात्रों को कई गूड मंत्र देते हुए कहा कि छात्र जीवन वास्तव में वो जीवन है, जो कभी लौटकर नहीं आता और यही नहीं छात्र जीवन में ही संस्कार और नींव मजबूत होती है जिसके आधार पर देश का भविष्य निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि माता पिता की वास्तविक संपत्ति उनके बच्चों की शिक्षा होती है, और उस शिक्षा का यदि सही मोल उन्हे ना मिले तो ये सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए, सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर हमेशा विद्यार्थी परिषद ने राष्ट्रवाद का नारा लगाया है, यही नहीं देश के आपातकाल में कोरोना के दौरान विद्यार्थी परिषद ने लोगों की समाज सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण पेश किया है। वहीं सीएम ने राष्ट्रवाद पर बोलते हुए कहा कि कश्मीर में भारत जैसी व्यवस्था बनाने में भी विद्यार्थी परिषद ने अहम भूमिका निभाई और हमारी सरकार ने ही एक विधान, एक प्रधान और एक निशान के नारे को चरितार्थ करके दिखाया है साथ ही राम मंदिर पर कहा कि राम मंदिर के आंदोलन में भी विद्यार्थी परिषद के युवाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई थी, उन्होंने कहा कि अधिवेशनों के माध्यम से छात्रों का चरित्र निर्माण होता है, और संस्कार मिलते हैं। सीएम धानी ने कहा कि प्रदेश की पुरी तरुणाई रुद्रपुर अधिवेशन में पहुंची है, जिससे एक बार फिर विद्यार्थियों ने अपनी शक्ति का परिचय दिया है, वहीं उन्होंने का कि स्वामी विवेकानंद के मार्गदर्शन पर हर छात्र को चलना चाहिए, क्योंकि विद्यार्थियों से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती है, और विद्यार्थी ही समाज को नई दिशा देता है, जो भविष्य का निर्माता होता है। इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि यह प्रदेश अधिवेशन वह संगम है जिस मंथन से कार्यकर्ता जब निकलेगा तो वर्ष भर कार्य कर अमृत ही बरसायेगा।
तपस कुमार विश्वास
संपादक