जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर में पत्नी की बेजा हरकतों से तंग पति द्वारा जहर खाकर जान देने के मामले में पुलिस ने कोर्ट के निर्देश पर तीन महिलाओं समेत कुल चार लोगों के ख्लिाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार पुलिस को दी तहरीर में मोहल्ला रजवाड़ा निवासी मदन पाल सिंह की पत्नी कुसुम चौहान ने बताया कि वर्ष 2013 की 18 अक्टूबर को उसने अपने पुत्र नितिन कुमार चौहान का विवाह पिंकी के साथ धूमधाम से किया। इस दौरान दंपत्ति से दो बच्चे पैदा हुए। महिला का आरोप है कि उसके पुत्रवधू का चाल चलन ठीक न होने के कारण अक्सर उसे शर्मिंदगी उठानी पड़ती थी। कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में महिला ने बताया कि उसके मकान में ग्राम नवादा पोस्ट डोटी थाना जलालपुर जनपद जौनपुर उत्तर प्रदेश निवासी विजय कुमार पुत्र राजपति नामक किराएदार रहता था। वह पेपर मिल में काम करता है। जनवरी 2022 में नितिन ने अपनी पत्नी को किराएदार विजय के साथ आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ लिया। इस दौरान समझाने बुझाने के उपरांत मामला शांत हो गया। 28 फरवरी 2022 की शाम लगभग 7ः30 बजे एक बार फिर से नितिन ने अपनी पत्नी को किराएदार के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। विरोध करने पर आरोपियों द्वारा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ की जाने लगी। मुंह बंद रख्ने के एवज में पत्नी तथा उसके प्रेमी ने नितिन को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इस धमकी का उसके दिमाग पर गहरा असर पड़ा। उसकी मानसिक हालत ख्राब हो गई। एक मार्च को महाशिवरात्रि के दिन पति पत्नी के बीच अवैध संबंधों को लेकर एक बार फिर से झड़प हुई। इस बार नितिन के ऊपर पत्नी की जली कटी बातों का इस कदर असर हुआ कि उसने जहर गटक लिया। परिजनों को जब इसका पता चला तो मुरादाबाद रोड स्थित एक अस्पताल में उसे इलाज के लिए ले गए जहां 2 मार्च को दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दाह संस्कार के बाद मृतक की मां ने मामले की तहरीर पुलिस को देकर आरोपियों के ख्लिाफ कार्यवाही की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने प्रकरण को गंभीरता से ना लेते हुए महिला को बैरंग वापस लौटा दिया। इसके बाद महिला ने न्याय की खतिर कोर्ट का दरवाजा ख्टख्टाया। कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी चारों आरोपियों के विरुद्ध कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इसी पर हरकत में आई पुलिस ने 3 महिलाओं समेत कुल 4 लोगों के ख्लिाफ धारा 306 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी।