प्रदेश में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले को लेकर सियासत लगातार गर्मा रही है। वही विभिन्न नियुक्तियों में धांधली का मामला सामने आने के बाद जहां प्रदेश सरकार सवालों के घेरे में है। वही इस मामले में बयानबाजी के बीच कांग्रेस बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है लेकिन बीजेपी ने इसके विपरीत नया कदम उठाया है। पार्टी ने बीजेपी नेताओं को खास कर विधायकों को घोटाले से संबंधित विषय पर बयानबाजी न करने के निर्देश दिए है।
प्रदेश भर में भर्ती घोटाले को लेकर चल रही बयानबाजी पर कांग्रेस भले ही भाजपा सरकार पर निशाना साधती नजर आ रही है लेकिन भाजपा ने नया कदम उठाया है। भाजपा प्रदेश संगठन ने बयानबाजी पर विराम लगाते हुए पार्टी नेताओं को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमें खासतौर पर विधायकों को घोटाले से संबंधित विषय पर बयानबाजी न करने की हिदायत दी गई है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भाजपा प्रदेश संगठन ने बयानबाजी पर विराम लगाते हुए पार्टी नेताओं को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी ने जिन प्रदेश प्रवक्ता और मीडिया पैनलिस्ट को इस विषय पर बोलने के लिए अधिकृत किया है वह भी पार्टी लाइन के अनुरूप ही अपना बयान देंगे और इसके हिसाब से अन्य संगठन के कार्यों के लिए पार्टी के दूसरे पदाधिकारियों को नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज चौहान ने कहा कि अध्यक्ष के तरफ से जारी दिशा निर्देश के अनुरूप सभी प्रदेश पदाधिकारियों विधायकों और मीडिया प्रवक्ताओं को यह दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि पार्टी लाइन के अनुरूप ही उनके द्वारा मीडिया में अपना वक्तव्य दिया जाएगा।