प्रदेश के साथ देश के सुप्रसिद्ध मेलों में शुमार काशीपुर में हर साल लगने वाले ऐतिहासिक चैती मेले का पूरे विधि विधान और ध्वजारोहण के साथ शुभारंभ हो गया। एक महीने तक चलने वाले इस चैती मेले का शुभारंभ जिलाधिकारी, एसएसपी, मुख्य पुजारी पंडा परिवार, कुमाऊं नरेश और विधायक त्रिलोक चीमा ने संयुक्त रूप से ध्वज पताका फहरा कर किया। वहीं डीएम और एसएसपी ने मां बाल सुंदरी देवी के भवन और मोटेश्वर महादेव मंदिर में जाकर माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया। बता दें कि पिछले कई वर्षों से चैत्र मास की प्रथम नवरात्रि से काशीपुर के मां बाल सुंदरी देवी के मंदिर में चैती मेले का आयोजन होता आया है लेकिन बीते दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते यहां आयोजन नहीं हो पाया था। इस बार कोरोना संक्रमण में आई कमी के बाद प्रशासन ने चैती मेले के आयोजन का फैसला लिया है।
जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने कहा कि कोरोना काल में पिछले 2 वर्षों से इस मेले का आयोजन नहीं हो पाया था ऐसे में इस बार श्रद्धालुओं के ज्यादा से ज्यादा संख्या में आने की उम्मीद है कोरोना अभी पूरी तरह से नहीं गया है ऐसे में उन्होंने मेला और मां के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं से कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने की अपील की.उन्होंने कहा मेले में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं साथ ही गर्मी का सीजन इस बार जल्दी आ गया है ऐसे में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए सुरक्षा उपायों का अनुपालन करवाया जा रहा है। जिससे मेला अच्छे से संपन्न हो सके.पुलिस कप्तान मंजूनाथ टीसी ने कहा मेले में जहरखुरानी टप्पेबाजी, छेड़छाड़ आदि घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है. मेले में आग की घटनाओं से निपटने के लिए काशीपुर तथा गदरपुर के अग्निशमन विभाग को तैनात कर दिया गया है.मंदिर के मुख्य पुजारी पंडा विकास अग्निहोत्री ने कहा चैती मेले का शुभारंभ प्रथम नवरात्रि के साथ ही हो गया है. इस बार मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस साल मां बाल सुंदरी का डोला 8-9 अप्रैल की मध्यरात्रि नगर के मोहल्ला पक्काकोट स्थित नगर मंदिर से शुरू होकर 5 किलोमीटर की दूरी तय करके चैती मेला मंदिर परिसर पहुंचेगा, जहां से 14-15 अप्रैल की मध्यरात्रि वापस नगर मंदिर पहुंचेगा।