रुद्रपुर: 6 मई 2023 शनिवार/तापस विश्वास
एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
जनपद ऊधम सिंह नगर जिलामुख्यालय रुद्रपुर के मलिन बस्तियों में अवैध और मान्यता प्राप्त स्कूल बिना फायर एनओसी के चल रहे हैं। इन स्कूलों ने फायर विभाग से फायर एनओसी नहीं ली है। इन स्कूलों में आगजनी से विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक स्कूलों को फायर एनओसी लेने की जरूरत है। लेकिन एनओसी नहीं लेकर विद्यार्थियों की जान को जोखिम में डाला जा रहा है। ऐसे में अगर स्कूलों में आग लग जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है।
यूं तो जिलामुख्यालय रुद्रपुर में सैकड़ों अवैध और वैद्य स्कूल संचालित हो रहे हैं। जहां कुछ विद्यालय को तो सरकार से मान्यता है और कुछ विद्यालय बगैर मान्यता के धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। जो लगातार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं। लेकिन मलिन बस्तियों में संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त और बगैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों में बच्चों के सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक भी मानक पूरे नहीं है। आपको बता दें शहर के मलिन बस्तियों में ट्रांजिट कैंप,रम्पुरा,दुधिया नगर, रेशमबाड़ी,भादईपुरा, खेड़ा आदि क्षेत्र में अक्सर आगजनी की घटनाएं सामने आती है। इस में विशेषकर ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र तो अति संवेदनशील क्षेत्र है। जहां अक्सर आगजनी की घटनाओ से लाखों के नुकसान और कई बार लोगों के झुलसने की बात सामने आती है। इसके बावजूद भी यहां संचालित होने वाले विद्यालयों ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक भी मानक पूरे नहीं किए हैं। बावजूद इसके कुछ विद्यालयों को तो सरकार से मान्यता मिल गई है और कुछ विद्यालय धड़ल्ले से बिना मान्यता के विद्यालय संचालित कर रहे हैं जहां मासूम के भविष्य के साथ उसके जीवन से बिना किसी रोक-टोक रोजाना खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है।
आखिर कब विभाग के साथ इन बच्चों के अभिभावक भी जागरूक होंगे। ताकि वे समझ सके कि जहां उनका बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा है वह विद्यालय उनके बच्चों के लिए सुरक्षित है भी या नहीं। जहां उनका बच्चा पढ़ रहा है क्या उस विद्यालय की मान्यता है या नहीं। आखिर क्यों ऐसे विद्यालय जबरदस्ती उनको लूट रहे हैं और उनके बच्चों के साथ और भी न जाने कितने बच्चों के जीवन और भविष्य से खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं। आखिर कब मलिन बस्तियों में रहने वाला समाज जागरूक होगा और ऐसे विद्यालयों और संस्थानों के खिलाफ आवाज उठाते हुए सरकार और प्रशासन से कार्यवाही की मांग करेगा? ताकि इन स्कूलों में पढ़ने वाले उनके अपने बच्चों के साथ सैकड़ों बच्चों के भविष्य और जीवन को सुरक्षा की गारंटी मिल सके।