60 लाख के साइबर फ्रॉड केस में एसटीएफ और साइबर पुलिस कुमाऊं की टीम को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। विदेश से टूरिस्ट वीजा पर देश में आकर करोड़ों की साइबर ठगी करने के नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश करते हुए कुमांऊ एसटीएफ और साइबर पुलिस ने एक नाइजीरियन को दिल्ली से गिरफ्रतार किया है।
जानकारी के अनुसार विदेश से टूरिस्ट वीजा पर देश में आकर लोगों को साइबर फ्रॉड में करोड़ों का चूना लगाने वाले नाइजीरियन गैंग तक आखिरकार उत्तराखंड की एसटीएफ और साइबर कुमाऊं पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची, जहां दिल्ली के सफदरगंज एनक्लेव से नाइजीरियन ऑलिव को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए ऑलिव से पुलिस टीम ने 8 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, 7 सिम कार्ड, 4 वाईफाई डोंगल, एक कार्ड रीडर, 2 पासपोर्ट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए हैं। नाइजीरियन गैंग के अन्य सदस्य का देश छोड़कर फरार होने की संभावना भी जताई है वही उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर पुलिस टीम लगातार दूतावास से संपर्क कर रही है, ताकि बाकी साइबर नाइजीरियन ठगो को भी गिरफ्तार किया जा सके। अभियुक्त द्वारा अपने साथियो के साथ मिलकर फेसबुक पर विदेशी महिला की फर्जी आई0डी0 बनाकर आम लोगो से दोस्ती कर लोगों को धनराशि अथवा उपहार (पार्सल) भेजने की बात कहकर, एयरपोर्ट पर धनराशि / पार्सल के पकड़े जाने तथा इसे छुड़ाने हेतु फर्जी कस्टम अधिकारी के रुप में फोन कॉल कर लोगों को झांसा देकर कस्टम, आरबीआई, जीएसटी, आरटीजीएस, वेरिफिकेशन फीस आदि नाम से बैंक खातो में धोखाधड़ी व कपट पूर्वक धनराशि जमा करा कर धनोपार्जन किया जाता था । इस कार्य हेतु दलाल के माध्यम से विभिन्न प्रकार से प्रलोभन देकर भारतीय लोगो के बैंक खातों का प्रयोग किया जाता था । ठगी हेतु फर्जी नाम पतों, आईडी पर जारी मोबाईल नम्बरो का प्रयोग किया जाता था । साईबर ठगी की घटना को अंजाम देकर अभियुक्त फर्जी फेसबुक आई0डी0 को डीलीट कर देते थे तथा फर्जी आईडी पर प्राप्त मोबाईल नम्बरों / वर्चुअल नम्बर का प्रयोग बन्द कर देते थे ।