उत्तराखंड प्रदेश एक दूल्हे को अपने दोस्त को अपनी बारात में ना ले जाना भरी पड़ गया। निमंत्रण देने के बावजूद बारात में नहीं ले जाने पर एक युवक दोस्त ने अपने दूल्हे दोस्त पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 50 लाख रुपये का मानहानि का नोटिस भेज दिया है। बताया जा रहा है कि युवक इस कदर मानसिक तनाव में आ गया था कि आत्महत्या करने की सोचने लगा था।
जानकारी के अनुसार हरिद्वार के वकील अरुण भदौरिया ने बताया कि हरिद्वार के बहादराबाद निवासी रवि नामक युवक ने अन्य लोगों के साथ-साथ अपने दोस्त चंद्रशेखर को विवाह का न्यौता दिया था और बारात में भी चलने के लिए कहा था लेकिन दूल्हा रवि अपने दोस्त को छोड़कर कथित रूप से समय से पहले ही बारात लेकर चला गया और जब चंद्रशेखर समय पर बारात में जाने के लिए पंहुचा तो देखा कि वहां कोई नहीं था। उसने आस-पास में पूछा तो पता चला कि बारात तो जा चुकी थी। वकील ने बताया कि इस बात को चंद्रशेखर ने अपना अपमान समझा और वह इस कदर मानसिक तनाव में आ गया कि आत्महत्या करने की सोचने लगा और दूल्हे पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए 50 लाख रुपये के मानहानि का कानूनी नोटिस भेज दिया।
वही चंद्रशेखर के वकील के अनुसार चंद्रशेखर ने जब अपने दोस्त रवि को फोन किया तो उसने कहा की वह तो बारात लेकर निकल गए हैं और आप लोगों को अब बारात में आने की कोई जरूरत नहीं है। आप लोग अपने घर जाओ। वकील भदौरिया का कहना है कि चंद्रशेखर बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में आ गया था और वह इस अपमान को सहन नहीं कर पर रहा था। उन्होंने बताया कि इस अपमान को लेकर न्याय दिलाने का भरोसा देकर उन्होंने चंद्रशेखर को आत्महत्या करने से रोका। चंद्रशेखर ने अपने दोस्त दूल्हे को फोन करके मानहानि का नोटिस भेजने की बात बताई। मगर इसके बाद भी उसके दोस्त ने जब उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया तो उसने दूल्हे को 50 लाख रुपये का मानहानि का कानूनी नोटिस भेजते हुए तीन दिन में सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने पर कानूनी कारवाई करने की चेतावनी दी है।