उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर पुष्कर सिंह धामी 23 मार्च को दोपहर 3.30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वही धामी के साथ उनकी कैबिनेट के सदस्य भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। पुष्कर सिंह धामी का मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह देहरादून के प्रसिद्ध परेड ग्राउंड में होगा।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड बीजेपी ने देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्य सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण गया है। हालांकि अभी तक ये फाइनल नहीं हुआ है कि पीएम मोदी, गृहमंत्री शाह और राजनाथ राज्य सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में आएंगे या नहीं। आपको बात दे इस बार जब बीजेपी चुनाव में उतरी तो तब 10 कैबिनेट मंत्री सरकार में थे उससे पहले 12 कैबिनेट मंत्री थे। हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य के बीजेपी छोड़ने के बाद कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 10 रह गई थी। इस बार ये देखना दिलचस्प होगा कि कितने मंत्री बनाए जाते हैं और कितनों को कैबिनेट का दर्जा मिलता है।
कई कयासों और लम्बे इंतजार के बाद सोमवार को ही धामी को विधानमंडल दल की बैठक में नेता चुना गया है जिसके बाद पुष्कर धामी ने सबसे पहले पीएम मोदी का आभार जताया था। उन्होंने कहा ‘मैं पीएम नरेंद्र मोदी को मुझ पर विश्वास करने और 5 साल तक उत्तराखंड के सीएम के रूप में काम करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं’ साथ ही पुष्कर धामी ने एक बार फिर से राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा हम राज्य में समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन सहित सभी वादों को पूरा करेंगे। चुनाव से पहले पुष्कर सिंह धामी ने ने यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता की वकालत की थी। उन्होंने प्रदेश में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर समान नागरिक संहिता को लागू करने की दिशा में कार्य शुरू करने की घोषणा की थी। समान नागरिक संहिता भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में अहम मुद्दा रहा है। जिसके बाद उत्तराखंड में इस पर खूब बहस हुई। चुनाव हारने के बाद भी धामी ने कहा था वो चाहे मुख्यमंत्री बने या नहीं, फिर भी भाजपा सरकार राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेगी। अपनी बात को पुष्कर सिंह धामी ने फिर से दोहराया है।