प्रदेश में हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी कई जिलों में चोरीछिपे सिंगल यूज प्लास्टिक से उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिस पर जनपद के जिलाधिकारी युगल किशोर पंत के निर्देशन में प्रशासन और नगर निगम की टीम ने सिडकुल की एक फैक्टरी में छापा मारा तो सिंगल यूज प्लास्टिक और उससे तैयार कैरी बैग के ढेर देखकर अधिकारी भी भौचक्के रह गए। टीम ने फैक्टरी को सील करते हुए फैक्टरी स्वामी पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। डीएम ने कार्रवाई करने वाली टीम को 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
सिंगल यूज प्लास्टिक से उत्पाद की सूचना पर कार्यवाही करते हुए एसडीएम प्रत्यूष सिंह, आरएम सिडकुल मनीष बिष्ट की अगुवाई में नगर निगम और प्रशासन की टीम ने सिडकुल सेक्टर सात स्थित जय दुर्गा पैकर्स फैक्टरी में छापा मारा। टीम ने फैक्टरी में पहुंचते ही फैक्टरी का मुख्य गेट बंद करा दिया। फैक्टरी में लगाई गई आधा दर्जन मशीनों पर 15 श्रमिक सिंगल यूज प्लास्टिक से कैरी बैग और दूसरे पैकेजिंग उत्पाद बना रहे थे। इतना ही नहीं फैक्टरी के भीतर जगह-जगह पर सिंगल यूज प्लास्टिक और उससे तैयार कैरी बैग के ढेर लगे हुए थे। सूचना पर सीडीओ विशाल मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और प्रदूषण बोर्ड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी नरेश गोस्वामी ने बताया कि फैक्टरी से करीब पांच टन प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक और उससे तैयार कैरी बैग बरामद हुए हैं। प्रतिबंधित सामग्री को नगर निगम ने जब्त कर लिया है और फैक्टरी को प्रशासन ने सील कर दिया है। प्रशासन की ओर से मारे गए छापे के दौरान पता चला कि गुपचुप ढंग से सिंगल यूज प्लास्टिक से तैयार कैरी बैगों को बड़े वाहन की बजाय साइकिलों से दुकानों तक पहुंचाया जाता था। साइकिल पर माल ले जाते समय किसी को शक भी नहीं होता था। खासतौर पर रात के समय यह काम किया जाता था। श्रमिकों को भी प्लास्टिक का सामान बनाने के बारे में किसी को नहीं बताने की हिदायत दी गई थी। इतनाही नहीं फैक्टरी में वेस्ट प्लास्टिक को रिसाइकिल कर दाना तैयार किया जाता था। इसके बाद दाने की सप्लाई दूसरी जगहों पर होती थी लेकिन हाईकोर्ट की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बताया कि वर्तमान में फैक्टरी के पास कोई लाइसेंस नहीं है। इस फैक्टरी को एक्ट के तहत बंद करने के लिए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
आपको बता दे प्रशासन और नगर निगम की ओर से एक महीने पहले भी सिडकुल में संचालित गर्ग इंटरप्राइजेज में छापा मारकर साढ़े तीन टन प्रतिबंधित प्लास्टिक और डिस्पोजेबल सामग्री पकड़ी गई थी। इसके बाद टीम ने फैक्टरी संचालक पर पांच लाख का जुर्माना लगाया था। फैक्टरी की दो मशीनों को भी सील कर दिया गया था। अब फिर से एक और फैक्टरी पकड़ में आई है। इस मामले में एसडीएम प्रत्यूष सिंह ने बताया कि छापे के दौरान पता चला कि सिंगल यूज प्लास्टिक से तैयार कैरी बैग की सप्लाई रुद्रपुर में कई जगहों पर की जाती थी। जहां भी सप्लाई दी जाती थी उसकी जानकारी जुटाई जा रही है। चोरीछिपे जो लोग सिंगल यूज प्लास्टिक के कैरी बैग बेच रहे हैं उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।