उत्तराखंड के कई इलाके शीतलहर की चपेट में हैं। खासकर हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून में हल्का कोहरा छाये रहने से तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। पहाड़ों में पाला गिरने से कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने यही स्थिति अगले चार दिनों तक बनी रहने की आशंका जताई है। मैदानों में शीतलहर को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बच्चों व बुजुर्गों को स्वास्थ्य के लिहाज से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में रानीचौरी का न्यूनतम तापमान सबसे कम -2.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि खटीमा का अधिकतम तापमान सबसे अधिक 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा ज्यादातर शहरों का तापमान सामान्य से दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। इससे सुबह-शाम भीषण ठंड महसूस की जा रही है। देहरादून में भी अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम पारा भी चार डिग्री सेल्सियस से नीचे है। मसूरी और नैनीताल में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है।
उत्तराखंड के कुमाऊं में ठंड ने फिर करवट बदली। कड़ाके की ठंड के साथ ज्यादातर इलाके शीतलहर की चपेट में रहे। प्रदेश के मुनस्यारी में रात में पारा गिरकर शून्य से नीचे गिरकर माइनस तीन डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से स्रोतों व नलों में पानी जमने लगा है। इससे लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। मुक्तेश्वर में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने पांच और छह जनवरी के लिए अत्यधिक ठंड को अलर्ट जारी किया है। तराई और भाबर में कोहरे के कारण लोगों की कंपकंपी छूटी। हालांकि अधिकतर पहाड़ी इलाकों में घाम (धूप) ने लोगों को राहत पहुंचाई। पहाड़ों के मुकाबले तराई में लोगों को अधिक ठंड का सामना करना पड़ा। यहां अधिकतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा। कोहरे के कारण लोग घरों से कम निकले। मौसम विशेषज्ञों की माने तो बृहस्पतिवार को पहाड़ों में सुबह-शाम पाला गिरेगा, जबकि तराई में कोहरा छाये रहने का अंदेशा है।