जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर में जीवित पति को दस्तावेजों में मृत दिखाकर एक चालबाज किस्म की महिला पिछले लगभग 9 वर्षों से विधवा पेंशन की रकम ले रही है। जालसाजी के इस कारनामे में महिला की पुत्री पर भीघ् हमसाज होने का आरोप है जो कंप्यूटर में माहिर बताई गई। पुलिस ने धोखाधड़ी के इस मामले में कोर्ट के निर्देश पर मां बेटी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। घटना के बारे में न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर पुलिस चौकी के निकट मोहल्ला काजीबाग निवासी उबैदउर रहमान अंसारी पुत्र स्वर्गीय शमशाद ने बताया कि मकान नंबर 56 मोहल्ला कटोराताल निवासी खैरुन्निसा पत्नी मोहम्मद इकबाल बेहद चालबाज एवं शातिर किस्म की महिला है। उसकी पुत्री अंजुम इकबाल कंप्यूटर की माहिर है। इसी का फायदा उठाकर खैरून निशा ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे पति को मृत दर्शाकर विधवा पेंशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। इस दौरान विभागीय कर्मचारियों के सांठगांठ के कारण उसका आवेदन स्वीकृत हो गया और वर्ष 2013 से लगातार उसके बैंक खाते में विधवा पेंशन की रकम आने लगी। मजे की बात तो यह है कि वर्ष 2018 की 17 जुलाई को विधवा पेंशन का सत्यापन भी कराया गया लेकिन इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नहीं की। शिकायतकर्ता ने कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि महिला का पति आज भी जीवित है और वह पूर्व की भांति आज भी खुद को विधवा दर्शाकर कानून की आंख में धूल झोंकते हुए विधवा पेंशन की रकम डंके की चोट पर ले रही है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि बीते 7 जुलाई को उसने मामले की लिखित शिकायत संबंधित चौकी तथा थाने को किया इसके अलावा 12 जुलाई को जिले के एसएसपी को भी लिखित शिकायत पत्र भेजा गया लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जालसाजी के उप मामले में कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने मां बेटी के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करते हुए इसकी गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
तपस कुमार विश्वास
संपादक