जनपद ऊधम सिंह नगर के काशीपुर आईटीआई थाना क्षेत्र के जसपुर खुर्द इलाके में देर शाम झोलाछाप चिकित्सक ने प्रसव के लिए आई महिला को नॉर्मल डिलीवरी कराने का झांसा देकर ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी। कट लगाते ही मरीज के तीमारदारों को जैसे ही इसका पता चला उन्होंने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। शोर-शराबा होने पर मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान प्रसव के लिए आई महिला की हालत अत्यधिक नाजुक होने पर उसे तत्काल एक अन्य अस्पताल में ले जाया गया। पीड़ित पक्ष द्वारा मामले की तहरीर आईटीआई पुलिस को दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक मोहल्ला जसपुर खुर्द स्थित एसडीएम कोर्ट के आगे मस्जिद के समीप कथित तौर पर एक झोलाछाप चिकित्सक पिछले कई वर्षों से भोले भाले लोगों को बेवकूफ बनाकर उपचार के नाम पर रोगियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
सूत्र बताते हैं कि इस झोलाछाप के तार कुछ प्राइवेट अस्पतालों से भी जुड़े हैं। एसडीएम कोर्ट के समीप मस्जिद के आसपास पहले यह क्लीनिक चलाता था बाद में स्वास्थ्य महकमे के सभी नियम कायदों को दरकिनार कर इसने क्लीनिक को मैक्स मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का रूप दे दिया। इसी कथित अस्पताल में देर शाम गड्ढा कॉलोनी निवासी खुशनुमा 20 वर्ष पत्नी मुस्तकीम प्रसव पीड़ा होने पर पहुंची। परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप चिकित्सक ने प्रसूता को नॉर्मल डिलीवरी के लिए आश्वस्त किया और 7 हजार जमा करा लिए। लेकिन एन मौके पर वह भारी भरकम खर्चे की बात करते हुए ऑपरेशन की तैयारी करने लगा। इस दौरान उसने मरीज के परिजनों से डिलीवरी कराने के नाम पर 50 हजार की डिमांड कर दी और ऑपरेशन के लिए कट लगा दिया। प्रसूता के परिजनों को इसकी भनक लगने पर उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। शोर-शराबा होते ही कथित डॉक्टर के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी। फिलहाल काफी देर तक झोलाछाप चिकित्सक के कथित अस्पताल में बखेड़ा होने के बाद प्रसूता को बेहद नाजुक हालत में डिलीवरी के लिए एक अन्य अस्पताल में ले जाया गया। क्षेत्रीय लोगों की उक्त चिकित्सक के बारे में राय ठीक नहीं है। मजे की बात तो यह है कि पिछले लगभग दो दशक के करीब से शहर के बीचो बीच तामझाम फैलाकर उक्त चिकित्सक उपचार के नाम पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए उन्हें लूटने का काम कर रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अब तक उसका कुछ भी नहीं कर पाए।
भारी बवाल के बाद गंभीर हालत में जब प्रसव के लिए आई पीड़िता को राजकीय चिकित्सालय के समीप स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सकों ने परीक्षण के दौरान हाथ खड़े कर दिए। तमाम अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद परिजनों ने देर रात महिला को प्रसव के लिए मुरादाबाद रोड पर मंडी चौकी के समीप स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों के तमाम मशक्कत के बाद महिला के पेट से मृत बच्चा निकाला गया। मैक्स मल्टी स्पेशलिटी नामक तथाकथित अस्पताल पिछले कुछ वर्षों से राम भरोसे चल रहा है। इस अस्पताल को फायर की एनओसी नहीं है। अस्पताल के चिकित्सक का कहना है कि उसे प्रदूषण विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। यदि ऐसा है तो प्रदूषण विभाग द्वारा जारी की गई एनओसी के मानकों की भी बारीकी से जांच की जानी चाहिए। क्योंकि अस्पताल मौजूदा स्थिति में जिन व्यवस्थाओं के साथ खड़ा है ऐसे हालात में प्रदूषण की एनओसी का मतलब ही नहीं होता।