उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक में गड़बड़ी सामने आने के बाद आयोग के अध्यक्ष समेत अन्य अधिकारियों तथा भाजपा पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग तरह-तरह की टिप्पणियां भी कर रहे हैं। वही मामले पर अभी तक 18 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जिसमें उत्तरकाशी जिला पंचायत सदस्य और बीजेपी नेता हाकम सिंह रावत भी शामिल है. हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब उत्तरकाशी के कई व्यक्तियों के नाम सामने आ रहे है जिनमें से एक विधायक और उनके भाई का नाम भी बताया जा रहा है। ऐसे में विधायक के भाई का नाम सामने आने पर हड़कंप मचा हुआ है वहीं मामले में बीजेपी ने सफाई दी है। वही इस मामले में अब पकड़े गए उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को भारतीय जनता पार्टी ने छह साल के लिए निकाल दिया है। पार्टी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देशों पर यह कार्रवाई की गई है।
आपको बता दें कि बहुचर्चित यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षा मामले में विधायक के भाई के छह करीबियों का चयन इस परीक्षा में हुआ है सूत्रों की मानें तो ये सभी एसटीएफ की रडार पर हैं। UKSSSC पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने मास्टरमाइंड बीजेपी नेता और मोरी के जखोल निवासी जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है अब इस मामले में कुछ और लोगों के नाम सामने आने की भी उम्मीद की जा रही है। बताया जा रहा है कि हाकम सिंह आलीशान जिंदगी जीता था. इतना ही नहीं जांच से पहले पांच बार थाईलैंड भी जा चुका है। खबर है कि उसके वहां होटल भी हैं और चार पांच बैंक खाते भी हैं। हाकम ने पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं हाकम सिंह ने देहरादून और यूपी के धामपुर में 55 से 60 अभ्यर्थियों से पेपर हल करवाए थे इसके बदले उसने हर अभ्यर्थी से 12 से 15 लाख रुपए लिए. इस मामले में एसटीएफ अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
आप को याद दिला दे बीती साल 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित हुई थी। जिसमें 24 जुलाई को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में फर्जीवाड़े को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था। इस मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की टीम 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें परीक्षा करवाने वाली कंपनी के टेक्निकल स्टाफ, आयोग के होमगार्ड, कोचिंग संचालक और कुछ मुन्नाभाई शामिल थे। सचिवालय में तैनात अपर सचिव भी गिरफ्तार हो चुके हैं। अब उत्तराखंड एसटीएफ ने उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह को हिमाचल बॉर्डर से अरेस्ट किया है वहीं चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू इस्तीफा दे चुके हैं।
इस पुरे मामले में उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि हाकम सिंह के परिचित उत्तराखंड और यूपी के कुछ अन्य सफेदपोशों के शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है। पुख्ता सबूत मिलने के बाद उन सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि हाकम सिंह के लेन-देन का हिसाब उत्तरकाशी के राजकीय इंटर कालेज (मोरी) में तैनात व्यायाम शिक्षक तनुज शर्मा रखता था। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भर्ती घोटाले में किसी को भी न छोड़ने की बात कह चुके हैं सीएम धामी साफ कह चुके हैं कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो उसे जेल में डालने का काम किया जाएगा। आने वाले दिनों में कई और सफेदपोशों के इसमें फंसने की उम्मीद है।
इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि सरकार की कोशिश है कि इस मामले की तह तक पहुंचा जाए। जैसे ही हाकम सिंह का नाम इस मामले में आया बीजेपी ने एक मिनट भी नहीं लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया वहीं कांग्रेस की ओर से सीबीआई से जांच कराने की मांग को उन्होंने हास्यास्पद करार दिया है उन्होंने कहा है कि जब सीबीआई जांच करती है तो कांग्रेस उसे सरकारी तोता बताती है जब अन्य एजेंसियां जांच कर रही है तो कांग्रेस को सीबीआई जांच चाहिए।