रुद्रपुर न्यायालय परिसर में पकड़े गए हथियारबंद बदमाशों को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। आज मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ. निलेश आनंद भरणे ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों द्वारा कोर्ट परिसर में फायरिंग कर शातिर अपराधी को छुड़ाकर ले जाने की रुपरेखा बनाई गई थी, जिसे पुलिस की कार्यप्रणाली व तत्परता ने फेल कर दिया। डीआईजी ने इसके लिए रुद्रपुर पुलिस की पीठ थपथपाई।
बता दें कि बीते रोज पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ हथियाबंद बदमाश न्यायालय परिसर के बाहर एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में हैं, जिसपर पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए न्यायालय परिसर के आसपास सघन चैकिंग अभियान चलाया। इस दौरान हर आने-जाने वाले पर पुलिस ने नजर रखनी शुरू कर दी। चैकिंग के दौरान पुलिस ने एक कार से दो लोगों को पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस उक्त दोनों को पूछताछ के लिए अपनी साथ ले गयी। मामले को कल से ही समीर हत्याकाण्ड से जोड़कर देखा जा रहा था। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनके द्वारा पेशी पर लाए गए समीर हत्याकांड के आरोपी अंग्रेज सिंह को छुड़ाने का प्लान बनाया गया है। जिसमें उनके साथ अन्य लोग भी शामिल हैं। पकड़े गए अभियुक्तों में रिंकू व उदयवीर हैं, जोकि पेशेवर शूटर हैं। इस मामले में वारदात को अंजाम देने में मदद करने वाले चार आरोपी फरार हैं। प्रकरण में शामिल अभियुक्तों पर गैंगस्टर की कार्यवाही को भी अमल में लाया जा रहा है। साथ ही फरार अभियुक्त सन्नी जोहरी, जुगराज सिंह जग्गा, मोनू चीमा को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है। अभियुक्तों के पास से एक अदद पिस्टल, एक अदद तमंचा, दो जिंदा कारतूस व एक वाहन बलेनो बरामद हुई है।