उत्तराखंड के अस्पतालों की स्थिति उजागर है। अस्पतालों में चिकित्सकों की भारी कमी के चलते स्थानीय मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और उपचार के लिए निजी अस्पतालों की ओर रुक करना पड़ता है। एक तरफ सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की भारी कमी और दूसरी तरफ ड्यूटी के दौरान अस्पतालों में चिकित्सक नदारत रहते थे। उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में पिछले दो सालों से चिकित्सक नियुक्ति मिलने के कुछ महीनो तक अपनी सेवाएं देकर बिना बताए ही चले गए। जिस पर उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशालय ने उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों के नदारद चिकित्सकों पर कड़ा रुख अपनाया है जिसके चलते स्वास्थ्य महानिदेशालय ने पूरे उत्तराखंड में 35 चिकित्सकों पर बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है। जिसमें अत्यधिक चिकित्सक जनपद ऊधम सिंह नगर के शामिल है। उधम सिंह नगर जनपद के 12 चिकित्सकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है इसके अलावा 07 अन्य चिकित्सकों को ड्यूटी से नदारद रहने पर अंतिम नोटिस दिया गया है। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने इस संबंध में 9 फरवरी को आदेश जारी किए थे। पूरे मामले की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधम सिंहनगर डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा ने दी। और बताया लम्बे समय से जपनद मे 12 डॉक्टर गैरहाजिर चल रहे थे महानिदेशालय से आदेश के बाद सभी गैरहाजिर डॉक्टरों की सेवा समाप्त की गई है। ये सभी परमानेंट डॉक्टर थे।