जनपद और किच्छा में अवैध खनन के खिलाफ विधायक तिलकराज बेहड़ के धरना देने की घोषणा पर भाजपाइयों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके दौर में खनन गेट खोले जाने के बाद वर्चस्व के लड़ाई के लिए हत्याओं का दौर शुरू हुआ था।
आपको बता दे पिछले दिनों विधायक तिलकराज बेहड़ ने अवैध खनन के खिलाफ 26 मई को एसडीएम कार्यालय में धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। जिसपर बुधवार को बरेली बाईपास स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता करते हुए वार्ड सभासद व मंडी उपसभापति सोनू भूसरी और भाजपा विधासभा संयोजक मनमोहन सक्सेना ने आरोप लगाया कि धरने के माध्यम से विधायक बेहड़ प्रशासन पर अनैतिक दबाव बनाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने किसी भी शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया है। एक तरफ विधायक बेहड़ अवैध खनन का आरोप लगाते हुए धरना देने की बात कह रहे हैं, दूसरी तरफ प्रशासन के द्वारा कार्रवाई करने पर बेहड़ खनन माफिया की सिफारिश करते हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन की सूचना प्रशासन को तुरंत देनी चाहिए, इसके लिए 26 तारीख रखने की आवश्यकता नहीं है। भाजपाइयों ने आरोप लगाया कि विधायक एसडीएम, सीओ और कोतवाल पर नाजायाज दबाव बनाना चाहते हैं। इससे पूर्व बेहड़ जब रुद्रपुर से विधायक थे तब उनके द्वारा खनन गेटों को खुलवाया गया था। इसी दौर में खनन वचर्स्व को लेकर हत्याओं का सिलसिला भी चला था। जिसमें योगेश चौहान व रोहित तिवारी के नाम प्रमुख रूप से आते हैं। तब विधायक ने धरना क्यों नहीं दिया। विधायक अपनी जिम्मेदारियां पूरी नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए जनता को भ्रमित कर रहे हैं।