जमीनी विवाद हो या फिर जमीनी रंजीशे जहां तलवारे और बंदूकें तन जाती हैं वहीं जमीनों की खरीद फरोक्त में फर्जीवाडा होना यहां आम बात है, प्रशासनिक तंत्र की मिली भगत से जनपद उधमसिंहनगर में जमीनी खरीद फरोक्त में जमकर गडबड झाला चल रहा है, कही मरे हुए व्यक्ति की भूमि जिंदा दिकाकर बेच दी जाती है तो कहीं नियमों को ताक पर रख कर जमीनों की खरीद फरोक्त कर दी जाती है, ताजा मामला रुद्रपुर का सामने आया है, जहां मानकों को ताक पर रख कर एससीएसटी की भूमि को सामान्य वर्ग के व्यक्ति को बेच दी जाती है, जबकि नियम के तहत ये सम्भव तो नहीं है, लेकिन क्या करें जनाब जो हम बता रहे हैं वो सच है, यहां नियमों की किसको परवार यहां तो बस नियमों की धज्जियां उडाने से मतलब है।
जनपद ऊधम सिंह नगर और विशेषकर रुद्रपुर में जमीन को फर्जी तरीके से खरीदने व बेचने के मामले थमने का नाम नही ले रहे है। ऐसा ही एक मामला रुद्रपुर के अटरिया देवी मंदिर के समीप का है, जहां नियमों को ताक में रखकर अनुसूचित महिला ने अटरिया मंदिर के पास सामान्य जाति के व्यक्ति को जमीन बेच दी। इस मामले लेकर जिला प्रशासन को शिकायत की गई है। जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि धारा 157 क के नियमानुसार किसी भी अनुसूचित जाति के व्यक्ति को सामान्य जाति के व्यक्ति के लिए जमीन बेचने का प्रावधान नहीं है, जब तक कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा पूर्व में अनुसूचित जाति के व्यक्ति को जमीन विक्रय करने की विशेष अनुमति ना दी जाए, परंतु जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर में देवी अटरिया मंदिर के पास की जमीन दिनेश पुर निवासी अनुसूचित जाति की महिला मुन्नी देवी पत्नी हरिचरण निवासी वार्ड नंबर 5 दिनेश पुर तहसील गदरपुर द्वारा अपनी अनुसूचित जाति की जमीन खसरा नंबर 113 /3 ब 115/8 का रकबा 0.0127 गांधी कॉलोनी रुद्रपुर निवासी सामान्य जाति के व्यक्ति अरशद खान पुत्र छिद्दन खान को बेच दी, और रजिस्ट्री भी करा दी बाद में रम्पुरा निवासी अरविंद शर्मा द्वारा इस मामले की शिकायत शासन प्रशासन से कर कार्रवाई की मांग की गई है । मुन्नी देवी द्वारा रजिस्ट्री कराते समय दिए गए शपथ पत्र में स्वयं को अनुसूचित जाति कि ना बताकर सामान्य जाति का बताया गया है जबकि जमीन की खतौनी में मुन्नी देवी के नाम के आगे स्पष्ट शब्दों में अनुसूचित जाति लिखा है, उक्त मामले में झूठा शपथ पत्र देकर शासन प्रशासन को गुमराह किया गया हैयही नहीं अटरिया मंदिर के आसपास की सरकारी जमीन को भी अपनी जमीन बताकर कई लोगों ने कई बार रजिस्ट्री कर दी गई है। वहीं अब इस मामले को लेकर कई संगठनों और समाजसेवियों ने इस पुरे मामले में कार्यवाही की मांग करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है, वहीं एसडीएम प्रत्यूष सिंह ने बताया कि उनको इस सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त हुई है, और वो इस मामले की जांच करा रहे हैं, जल्द ही जांच के बाद नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।