प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने महानगर कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश तनेजा और पूर्व मंडी समिति अरुण पांडे के आग्रह पर एक बार फिर गुरुवार को रुद्रपुर पहुंचे और बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। रावत ने आपदा पीड़ितों का दर्द बांटा और सरकार को चेतावनी भी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को ऊधम सिंह नगर जिले में अचानक जनपद मुख्यालय रुद्रपुर के मुखर्जी नगर पहुंचे जहां उन्होंने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा के दौरान क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने में फेल साबित हुई है। इस दौरान हरीश रावत ने रुद्रपुर में स्थानीय लोगो से बातचीत कर उनका हाल चाल भी जाना। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिनों में लोगों की समस्याएं खत्म नहीं हुई तो वे एक दिवसीय उपवास करेंगे। यदि तभी सरकार नहीं जागी तो जरूरत पड़ने पर सड़कों को जाम भी करेंगे। हरीश रावत ने रुद्रपुर में मुखर्जीनगर और आजादनगर क्षेत्र का जायजा लिया था। तभी उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि आपदा में लोगों का जो नुकसान हुआ है, सरकार उसकी भरपाई करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। मुआवजे का नाम पर लोगों को सिर्फ 3,800 रुपए मिले हैं.हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ आपदा में उनकी सरकार ने तत्काल लोगों को बड़ी राहत दी थी। उस आपदा में जब सरकार लोगों को तत्काल बड़ी राहत दे सकती है तो ये आपदा तो उसके सामने को कुछ नहीं है। हरीश रावत ने आरोप लगाया कि आपदा में आम लोगों को बांटा गया राशन भी सड़ा हुआ था. मवेशियों के नुकसान पर सरकार कुछ नहीं दे रही है।