ममता का दूसरा नाम है मां। अपने बच्चों के लिए बड़े से बड़ा जोखिम उठाने से भी मां गुरेज नहीं करती। ऐसा ही एक वाकया उत्तराखंड के जपद ऊधम सिंह नगर जिले से सामने आया है। जहा एक मां बेटे को बचाने के लिए मौत से लड़ गई। नानकमत्ता के सरोंजा में मां अपने बेटे को गुलदार के झपटे से बचा ले गयी। गुलदार के हमले में छह वर्षीय बालक घायल हो गया। पूर्व विधायक डॉ प्रेम सिंह राणा ने परिवारजनों के साथ घायल बालक का ईलाज करवाया। पूर्व विधायक ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर घटना की जानकारी दी।
रविवार की मध्य रात्रि में ग्राम सरोंजा निवासी कुलविंदर कौर अपने छह वर्षीय बेटे बलजीत सिंह के साथ आंगन में मच्छरदानी लगाकर सो रही थी। रात्रि लगभग 1.30 बजे गुलदार हजारा सिंह के घर के परिसर में घुस आया। गुलदार अपनी मां के साथ सो रहे बलजीत को खींचने लगा। मच्छरदानी लगी होने के कारण उसका को पहले प्रयास में पंजे में नहीं फसा पाया। इतने में कुलविंदर कौर की नीद खुल गयी। उसने बच्चे को खींच कर अपने गोद में भर लिया। चीख पुकार शुरू कर दी। गुलदार बालक को छीनने का प्रयास करता रहा। लेकिन कुलविंदर कौर ने हिम्मत नहीं खोयी और अपने बेटे को बचाने में लगी रही। कुलविंदर कौर व बलजीत सिंह की चीख पुकार सुनकर परिवारजन जाग गये। परिवारजन आंगन की ओर भागे। इतने में गुलदार जंगल की ओर भाग गया। घायल बालक को सामुदायिक अस्पताल नानकमत्ता लाया गया। गुलदार क्षेत्र में पहले भी कई बार हमला कर चुका है। इसमें तीन महिलाओं व एक बालक की मौत हो चुकी है।