डिजिटल युग में संचार साधनों की सुलभता के बावजूद ऊधम सिंह नगर जनपद के थानों में समय पर सूचना दे पाना टेढ़ी खीर है। दरअसल, ज्यादातर थानों में लगे लैंडलाइन फोन खराब पड़े हैं। किसी थाने में दो-तीन महीनों से तो कहीं पिछले कई महीनों से लैंडलाइन फोन डेड हैं। ऐसी स्थिति में अगर कोई घटना हो जाए तो संबंधित थाने को समय पर सूचना दे पाना काफी मुश्किल हो रहा। वैसे थानेदारों के पास मोबाइल जरूर है, पर कतिपय कारणों से इसके स्विच ऑफ या नेटवर्क बाधित होने की स्थिति में थाने पहुंचकर ही सूचना दी जा सकती है।
दरअसल ऊधम सिंह नगर के कई कोतवाली और थानों में लगे लैंडलाइन फोन खराब पड़े हैं। सूचना का सबसे बड़ा तंत्र आज के समय में टेलीफोन है जिसके माध्यम से ही सभी थानों को उनके थाने के अंतर्गत किसी भी तरह की सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाती है ऐसे में जब थानों में लगे लैंडलाइन टेलीफोन ही बंद हो गए हैं, तो पुलिस कैसे अपराध पर नियंत्रण कर पाएगी?
उत्तराखंड की मित्र पुलिस भले ही अपनी संचार व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिये पीठ थपथपाती नजर आ रही हो, मगर इसके ठीक उल्ट एक मामला जनपद ऊधम सिंह नगर में नजर आया है जहाँ कोतवाली और थनों के लैंडलाइन फोनों के बिल नहीं जमा होने की बजह से लम्बे समय से पीएनटी ठप पड़े हैं. इसकी पुष्टि के लिए जब एसपी सिटी जिले के कुछ कोतवाली के नम्बर डायल करते है तो फोन नही लगते है जो कि एक विचारनीय विषय है । जानकारी के अनुसार ऊधम सिंह नगर जनपद में लगभग 17 पुलिस थानों के सरकारी लैंडलाइन नम्बर जायदा तर लम्बे समय से बन्द या खराब पड़े है. यदि यह नम्बर इंटरनेट पर खोजे जाए तो जगह लैंडलाइन नंबर निकल कर आते है. अगर किसी जरूरतमंद द्वारा फोन किया जाए तो जायदातर फोन बंद पड़े है. तथा कुछ नम्बर डायल करने के उपरांत कट जाते है. जब इस सम्बंध वार्ता की गई तो स्वयं एसपी सिटी मनोज कत्याल ने रुद्रपुर कोतवाली का नम्बर डायल किया मगर एक बार डज नॉट एग्जिट फिर दूसरी बार लगा ही नहीं जो फोन ऑटोमेटिक कट गया. इसके बाद किच्छा कोतवाली का भी नम्बर डायल किया गया मगर वह भी नही लग पाया. इसी तरह सभी नंबर बंद पड़े और अब सभी कोतवाली थानों और चौकियों के पीएनटी फोन सेट भी अब गायब हो गए हैं. जो कि एक गंभीर विषय है।
वही ज़ब हमने जिले के एसपी मनोज कात्याल से इन पीएनटी के बारे मे जानकारी लेनी चाही तब उन्होंने बताया की जिले मे 15 कोतवाली व थानो मे पीएनटी उप्पब्ध हैं लेकिन शिकायते आ रहीं हैं कि ये नम्बर नहीं चल रहें हैं। अब यदि कोई शिकायतकर्ता आपातकालीन स्तिथि में स्थानीय कोतवाली या थाने का लैंडलाइन नम्बर लगाएगा और नम्बर न लगे तब उस दशा में किसी भी अप्रिय घटना का ज़िम्मेदार कौन होगा सोचने वाली बात है ।इसपर एसपी सिटी मनोज कात्याल ने कहा की जिले में सभी कोतवाली और थानो में बन्द पड़े पीएनटी फोनों को जल्द ही सुचारु किया जायेगा ।और साथ मे उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल एप्प पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं साथ मे पुलिस हेल्प लाइन 112 पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं । वहीँ जिले में बंद पड़े कोतवाली और थानो के लैंडलाइन कनेक्शन जल्द ही सुचारू करने का आश्वासन दिया ।