जनपद ऊधम सिंह नगर के पंतनगर विवि एक बार फिर से सुर्खियों में है, सूत्रों की मानें तो यहां एक छात्रा ने विवि के चिकित्साधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में पंतनगर यूनिवर्सिटी की डीन डॉ. अलकनंदा अशोक द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद चिकित्साधिकारी को सस्पेंड करते हुए ज्योलीकोट, नैनीताल स्थित के.वि.के. में सम्बध किया गया है।
सूत्रों की मानें तो पिछले दिनों विवि की एक छात्रा ने विवि के ही चिकित्साधिकारी डॉ. दुर्गेश यादव पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे, जिसके बाद प्रौद्योगिकी विवि के अधिष्ठाता द्वारा विवि कुलपति को दिनांक 7 दिसंबर 2022 को एक संस्तुति पत्र दिया गया था, जिसमें महिला कर्मचारियों और छात्रों के यौन उत्पीड़न की रोकथाम और निषेध के लिए बनी आंतरिक शिकायत समिति द्वारा विवि के चिकित्साधिकारी डॉ. दुर्गेश यादव पर छात्रा द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की गई। जांच में कमेटी ने प्रथम दृष्टया आरोपों को सही पाया। जिसके बाद डॉ. दुर्गेश यादव को निलंबित करने के लिए अधिष्ठाता प्रोद्यिगिकी विवि द्वारा कुलपति को संस्तुति पत्र भेजा गया। संस्तुति पत्र मिलने के बाद कुलपति के निर्देशों पर कार्मिक प्रबंधन अनुभाग द्वारा चिकित्साधिकारी डॉ. यादव को निलंबित कर दिया गया और जांच कमेटी द्वारा विवि स्तर पर उच्च स्तरीय जांच की संस्तुति की गई है। अब यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि पंतनगर विवि में समय-समय पर इस प्रकार के मामले सामने आने के बाद भी ऐसे मामलों में क्या कार्रवाई होती है और अगर कार्रवाई होती है तो फिर ऐसे मामले कैसे सामने आते रहते हैं। कुल मिलाकर इस मामले ने एक बार फिर पंतनगर विवि को सुर्खियों में खड़ा कर दिया है। हांलाकि सूत्रों की मानें तो इस मामले को डीन डॉ. अलकनंदा अशोक ने गंभीरता से लेते हुए जांच कराई और आगे भी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है।