जनपद ऊधम सिंह नगर नगर निगम क्षेत्र के दो वार्डों में हुए उपचुनाव का परिणाम भाजपा के लिये आगामी निकाय चुनाव के लिये अशुभ संकेत लेकर आया है। क्षेत्र में विधायक और मेयर भाजपा का होने के बावजूद नगर निगम क्षेत्र के दो वार्डों में हुए उपचुनाव का परिणाम भाजपा के खिलाफ आया है। दो वार्डों में हुए उपचुनाव में वार्ड 36 में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल निर्दलीय प्रत्याशी रंजीत सागर को खुलकर चुनाव लड़ा रहे थे। भाजपा का गढ़ माना जाने वाले इस वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी की जीत बड़ी बात मानी जा रही है। वही पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने भी निर्दलीय प्रत्याशी को जिताकर विरोधियों को अपनी ताकत का भी एहसास कराया है। यहां बता दे वार्ड 36 में भाजपा ने अशोक सागर, कांग्रेस ने पूर्व में चुनाव लड़ चुके जितेश शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था। भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे रंजीत सागर को टिकट न मिलने से वह नाराज होकर निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतर आये थे। इस सीट पर भाजपा विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह के साथ साथ पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस नेत्री मीना शर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी थी। निर्दलीय प्रत्याशी रंजीत सागर के समर्थन में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के खुलकर मैदान में आ जाने से मुकाबला काफी रोचक हो गया था। यही नही उनके साथ संजय ठुकराल,पूर्व पार्षद महेन्द्र आर्या, राजीव चावला समेत तमाम लोग रंजीत सागर को जिताने में जी जान से जुटे हुये थे। वही दूसरी और भाजपा विधायक और मेयर भी भाजपा प्रत्याशी अशोक सागर को विजयी बनाने के लिये मेहनत कर रहे थे। लेकिन इसके बावजूद जनता ने निर्दलीय प्रत्याशी रंजीत सागर के पक्ष में मतदान कर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी को धूल चटा दी। दूसरी ओर वार्ड नंबर 13 में भाजपा ने पूर्व पार्षद स्व.प्रकाश धामी के भाई मनोज धामी को अपना समर्थन दिया था। कांग्रेस ने मोहम्मद अशफाक को चुनाव मैदान में उतारा था जबकि आरिफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। यहां भी भाजपा समर्थित उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा। कांग्रेस के मो0 अशफाक ने मनोज धामी को 7 वोटों से हराकर विजय प्राप्त की। कुल मिलाकर रूद्रपुर नगर निगम क्षेत्र में दो वार्डो में हुये उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा। रणनीतिकार इसे भाजपा के लिये आगामी निकाय चुनाव के लिये अशुभ संकेत मान रहे है। यदि समय रहते भाजपा ने जनहित के मुद्दों पर ध्यान नही दिया तो आगामी नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस का झण्डा बुलन्द हो जाये तो कोई बहुत बड़ी बात नही होगी।