तपस विश्वास की रिपोर्ट:
ऊधम सिंह नगर में चार वर्ष से बंद पड़ी सितारगंज चीनी मिल में मरम्मत का कार्य लगभग लगभग पूरा हो चुका है। इतना ही नहीं चीनी मिल में बायलर पूजन भी हो चुका है। मिल में पेरोई सत्र शुभारम्भ के लिए मिल प्रशासन को अब प्रदेश के मुखिया के हरी झंडी का इंतजार है। वही बहुत जल्द मुखिया के मिल के पेराई सत्र के उद्घाटन के लिए आने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रदेश में मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने विधायक रहते सितारगंज विधायक सौरभ बहुगुणा व गन्ना मंत्री यतीश्वरानन्द के साथ बंद पड़ी चीनी मिल का निरीक्षण किया था। सितारगंज चीनी मिल में सितारगंज, नानकमत्ता व खटीमा के किसानों का गन्ना पेरोई के लिए आता है। विधायक रहते पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि चार वर्ष से बंद पड़ी चीनी मिल के उद्घाटन के लिए सीएम को लायेंगे। कुछ समय बाद धामी खुद सीएम बन गये। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने गन्ना मंत्री यतीश्वरानंद, सितारगंज और नानकमत्ता विधायकों के साथ बैठक कर मिल को इसी सत्र से चलाने का निर्णय लिया।
प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद विभाग के अफसरों को प्राथमिकता के साथ किसी भी परिस्थिति में मिल संचालित करने के आदेश गए थे । सचिव गन्ना विकास हरवंश सिंह चुघ पिछले तीन माह में चार चक्कर चीनी मिल के लगा चुके हैं। समय की कमी के कारण मिल को पीपीपी मोड या लीज में देने की सरकार की मंशा पूरी नहीं होने के बाद आउटसोर्स से मिल चलाने का निर्णय लिया है। चीनी मिल के जीएम आरके सेठ ने बताया कि मिल चलाने के लिए तैयारियां पूरी हो गयी है। ट्रायल चल रहा हैं। 22 गन्ना क्रय केंद्र गन्ना खरीद के लिए तैयार हैं। उद्घाटन के लिए सीएम के कार्यक्रम का इंतजार है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जल्द ही मिल में पेराई सत्र शुरू हो जायेगा।