केंद्र और राज्य सरकारें जिस तरह से कोविड को लेकर लगातार बैठकें और फैसले ले रही हैं। उसके बाद उत्तराखंड के लोगों और यहां आने वाले पर्यटकों की चिंता बढ़ गई है। चंद दिनों बाद राज्य में लाखों की तादात में नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटक जुटेंगे। ऐसे में हर 4 घंटे बाद उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की हो रही बैठकें और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सक्रियता को देखकर लग रहा है कि कहीं इस साल नए साल का जश्न फीका न पड़ जाए। उत्तराखंड के होटल व्यवसाय से जुड़े लोग भी सरकार की इस सक्रियता को बड़ी गंभीरता से देख रहे हैं।
वही केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दिए गए पत्र में यह कहा गया है कि वह अपने राज्य में कोविड की गाइडलाइन का पालन करवाएं। ऐसे में उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी सरकार और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। राज्य में नए साल का जश्न मनाने के लिए कुछ पर्यटक पहुंच गए हैं और बाकी आने वाले दिनों में पहुंचेंगे। एक अनुमान के मुताबिक मसूरी, नैनीताल, धनौल्टी, ऋषिकेश, मुनस्यारी, रानीखेत, टिहरी जैसे पर्यटक स्थलों पर 10 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। ऐसे में राज्य सरकार यहां आने वाले पर्यटकों और सार्वजनिक स्थलों पर जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 1 से 2 दिन में कोई गाइडलाइन जारी कर सकती है। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मानें तो केंद्र सरकार द्वारा लगातार इस बारे में उन्हें दिशा-निर्देश प्राप्त हो रहे हैं। राज्य सरकार पुरानी एसओपी को ही आगे निरंतर जारी रखने की कोशिश करेगी। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और दूसरे विभाग के अधिकारियों की बैठक की जाएगी। जिसमें आगे के दिशा-निर्देश पर चर्चा की जाएगी। चर्चा के बाद ही धामी सरकार आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए गाइड लाइन जारी करेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि पहली प्राथमिकता लोगों द्वारा सतर्क और सजग रहने की है। इसके साथ ही हम यह चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग बूस्टर डोज लगवाएं।
उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार कहते हैं कि फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है। अभी हमारे यहां सिर्फ एक या दो केस सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उन्हें एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें इस बात पर फोकस किया गया है कि बूस्टर डोज और अपने सर्विलांस को मजबूत किया जाए। ताकि अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है तो उसको आइडेंटिफाई करके उसकी मॉनिटरिंग की जा सके और लोगों को उससे इंफेक्टेड होने से बचाया जा सके। हमने केंद्र सरकार से और अधिक बूस्टर डोज की मांग की है. फिलहाल लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। होटल व्यवसाय से जुड़े नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल जगाती कहते हैं कि महामारी के दौर में न केवल आम जनता बल्कि होटल कर्मचारियों और कारोबार से जुड़े लोग अब जान चुके हैं कि कैसे इस महामारी से लड़ना है। कैसे इसके साथ जीना है। इसीलिए अब किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी। नए साल को लेकर उन्होंने अपनी तरफ से तैयारी पूरी कर रखी है। वह लोगों से अपील कर रहे हैं कि किसी तरह की कोई भी दिक्कत या अफवाह पर ध्यान ना दें। बेझिझक होकर उत्तराखंड की वादियों में जश्न मनाने आएं। लेकिन लापरवाही बिल्कुल न बरती जाए।