उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी-काठगोदाम गौला बैराज में शनिवार दोपहर में एक युवक को बचाने के चक्कर में मल्ला चौकी काठगोदाम के प्रभारी डूब गए। मौके में मौजूद गोताखोर ने युवक को बचा लिया, लेकिन इसी बीच भंवर में फंसे चौकी प्रभारी को नहीं बचा सके। सूचना पर पहुंची दरोगा की पत्नी बेसुध है। युवा दरोगा की मौत से नैनीताल पुलिस में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस के आला अधिकारियों की देखरेख के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। रविवार को दरोगा को अंतिम सलामी दी जाएगी।
पुलिस के अनुसार शनिवार को सुबह से मल्ला काठगोदाम चौकी प्रभारी अमर पाल सिंह (34) पुत्र लालमन मूल बरेली और हॉल विजय नगर, नई बस्ती काशीपुर उधम सिंह नगर होली के दिन दिनभर काठगोदाम क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात थे। दोपहर में ड्यूटी के दौरान वे बैराज की ओर चले गए, इसी बीच विकास प्राधिकरण में संविदा पद पर तैनात कर्मचारी दीपक कोरंगा बैराज में डूबने लग गया। दीपक को डूबता देख चौकी प्रभारी व मौके पर तैनात तैराक जवान प्रताप गड़िया बैराज में कूद गए। तैराक ने दीपक को तो बचा लिया, इसी बीच दरोगा भंवर में फंस गए। तैराक जब तक वहां पहुंचते वे बैराज गेट के गहराई में जा पहुंच थे। बाद में सूचना पर पहुंची थाना एसओ प्रमोद पाठक ने टीम के साथ बैराज का गेट खोलकर दरोगा को बाहर निकाला। इसके बाद नैनीताल रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अमरपाला 2015 बैच के दरोगा थे। सूचना पर पहुंची पत्नी बेसुध हो गई है। दरोगा के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। अस्पताल में एसपी सिटी हरबंस सिंह, एसपी सिटी डॉ. जगदीश चन्द्र, सीओ भूपेन्द्र सिंह धौनी आदि ने शोक जताया है।