उत्तराखंड सूबे में कई निजी स्कूल बिना मान्यता के चल रहे हैं। इन विद्यालयों के पास यूडायस नंबर नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह संबंधित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
जनपद ऊधम सिंह नगर में बिना मान्यता के निजी स्कूल चल रहे है। जिला प्रशासन के सख्त आदेशों के बावजूद भी अनेक निजी स्कूल बिना मान्यता के बेरोकटोक संचालित हो रहे है। कई स्कूल संचालकों ने आठवीं की मान्यता होने के बाद भी 10वीं तक की कक्षाएं संचालित कर रखी है तो कई स्कूल किराए के मकानों में चल रहे है। बिना मान्यता के चल रहे निजी स्कूल संचालकों द्वारा विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। फर्जीबाडा करके संचालित स्कूलों के जानकारी में होने के बावजूद शिक्षा विभाग का रवैया हैरान करने वाला है।
वही अब इस तरह के विद्यालयों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। सरकारी हो या निजी हर विद्यालय को मान्यता के लिए शिक्षा विभाग में पंजीकरण कराना होता है। जिस पर विभाग की ओर से स्कूल को यूडायस नंबर दिया जाता है। अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अनिल नौटियाल बताते हैं कि यूडायस नंबर से उस स्कूल की पूरी स्थिति, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का पूरा विवरण ऑनलाइन देखा जा सकता है। यूडायस के लिए पंजीकरण हर स्कूल के लिए अनिवार्य है, लेकिन वर्तमान में कई निजी विद्यालय बिना मान्यता के चल रहे हैं। बच्चों के अभिभावकों को भी इस तरह के विद्यालयों की जानकारी नहीं है। ऐसे में इन विद्यालयों से पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे विद्यालय में दाखिला लेने पर दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा, हाल ही में इस तरह के कुछ मामले सामने आए हैं, जिसमें बच्चों को दूसरे विद्यालयों में दाखिला नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में उनकी बीईओ रायपुर कार्यालय में भी बात हुई। कार्यालय से बताया गया कि संबंधित विद्यालय मान्यता प्राप्त नहीं है। शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल बताते हैं कि मुख्य शिक्षा अधिकारियों से इस तरह के विद्यालयों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।