बच्चों से पैसा लेकर परीक्षा दिलाने वाले एक और साल्वर गैंग के सदस्य एसओजी टीम ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर पांच हजार का ईनाम घोषित था। पुलिस के मुताबिक आरोपी बरेली के नबाबगंज में एक स्कूल में शिक्षक के पद पर तैनात था। पुलिस इस गैंग के 10 सदस्यों को पहले ही जेल भेज चुकी।
इस मामले में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019 में एलटी लेक्चरर की परीक्षा हुई थी जिसमे मुन्नाभाई एमबीबीएस की तर्ज पर रुद्रपुर में आकर विभिन्न परीक्षा केंद्रों में एलटी लेक्चरर की नियुक्ति सम्बंधित परीक्षा दी थी जिसका बाद में एसआईटी की जांच के दौरान खुलासा हुआ था तथा इसमें कुछ लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दी था तथा कुछ लोग फरार चल रहे थे तथा उन के ऊपर ईनाम की घोषणा कर दी थी। पुलिस व एसओजी की टीम ने बुधवार को 5000 हज़ार के इनामी घोषित आरोपी रिंकू कुमार पुत्र गजेंद्र सिंह निवासी दाड़ी महमूदपुर थाना छजलेट जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश को कस्बा नबाबगंज जिला बरेली से गिरफ्तार किया। बताया कि उक्त आरोपी नबाबगंज बरेली में एक स्कूल में पढ़ाने के दौरान गिरफ्तार किया। पुलिस इस मामले 10 लोगो को गिरफ्तार कर चुकी हर जबकि यह 11 वा आरोपी फरार चल रहा था। जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने मुताबिक पूछताछ में रिंकू कुमार ने अवगत कराया कि वर्ष 2019 में उनका इस गिरोह के सरगना सर्वेश यादव से हुआ जो सर्वेश यादव परीक्षा सॉल्वर गैंग का सरगना है सर्वेश के द्वारा 2-2 लाख रुपया में मुन्नाभाई एमबीबीएस की तर्ज पर रिंकू कुमार के अलावा सुरेश चौहान सरकारी शिक्षक,देवेंद्र यादव फायर कांस्टेबल, विजय वीर सिंह सरकारी शिक्षक को तैयार किया गया था जिसके बाद इन्होंने रुद्रपुर आकर विभिन्न केंद्रों पर एलटी लेक्चरर की परीक्षा दी थी। टीम मे एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट,कांस्टेबल भूपेंद्र आर्या,भूपेंद्र सिंह रावत, प्रभात चौधरी, प्रमोद कुमार,गणेश पांडे, राजेन्द्र कश्यप शामिल थे।