मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहां से लड़ेंगे उपचुनाव और भाजपा हाईकमान कब लेगी फैसला? इसपर आखिरकार सीएम धामी ने खुलासा किया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भाजपा हाईकमान एक-दो दिनों में तय कर देगी कि वह कौन सी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ेंगे।
धामी ने कहा कि कई विधायक उनके के लिए सीट छोड़ने का तैयार हैं, लेकिन हाईकमान ही उपचुनाव के लिए विधानसभा सीट पर मुहर लगाएगी। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 में खटीमा विधानसभा सीट से हार का मुंह देखने के बाद भी भाजपा हाईकमान ने धामी पर पुन: भरोसा जताया था। भाजपा हाईकमान पिथौरागढ़ या चंपावत विधानसभा सीट को सीएम धामी के लिए मुफीद मान रही है। राजनीतिक सूत्रों की बात मानें तो कपकोट और लालकुआं सीट से भी उनके चुनाव लड़ने की अटकलों का बाजार गर्म है। धामी के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ताजपोशी के बाद भाजपा के पांच नवनिर्वाचित विधायकों ने सीट छोड़ने का ऐलान किया था।
सीएम धामी के लिए जागेश्वर विधायक मोहन सिंह महरा,चम्पावत विधायक कैलाश गहतोड़ी, लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, रुड़की के विधायक प्रदीप बत्रा और कपकोट से सुरेश गड़िया ने सीट छोड़ने की पेशकश की है। यहीं, धारचूला कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने भी सीएम पुष्कर के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश का डाली थी। फिलहाल, हाईकमान सभी समीकरणों का बारीकियों से अध्ययन करने के बाद सीएम धामी के उपचुनाव के लिए विधानसभा सीट का चयन करने में जुटी हुई है। धामी के लिए सबसे मुफीद डीडीहाट सीट मानी जा रही है। यह उनके पैतृक गांव वाली सीट है और यहां भाजपा को हमेशा जीत ही मिली है। चंपावत विधानसभा सीट खटीमा से लगी हुई सीट है। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो इस लिहाज से यह सीट भी उनके लिए सुरक्षित मानी जा रही है। फिलहाल, धामी कौन सी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ेंगे, इसपर संशय बना हुआ है।
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए उपचुनाव का रास्ता साफ करने के लिए कई भाजपा के कई विधायक अपनी सीट से इस्तीफा देने को तैयार बैठे हैं। एक विकल्प यह भी माना जा रहा है कि किसी कांग्रेस विधायक से सीट खाली करवाकर धामी लोगों को चौंका सकते हैं। सूत्र कहते हैं कि इस दिशा में भी प्रयास किए जाने की चर्चा है।