उत्तराखंड प्रदेश में नव निर्वाचित विधानसभा के 19 विधायकों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 10 पर गंभीर धाराएं दर्ज हैं। हालांकि निवर्तमान सदन के मुकाबले इस बार आपराधिक बैकग्राउंड वाले विधायकों की संख्या में गिरावट आई है। लेकिन नई विधानसभा में कुल 70 में से 58 विधायक करोड़पति हैं, पिछली बार यह संख्या 51 ही थी।
नव निर्वाचित विधायकों द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र को आधार पर इस बार 19 (27 फीसदी) विधायकों पर पर मुकदमे दर्ज हैं। पिछली बार यह आंकड़ा कुल 22 (31 फीसदी) था। इस बार 10 विधायकों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। जबकि, पिछली बार 14 विधायकों पर ऐसे मुकदमे थे। गंभीर अपराधों में पांच साल से अधिक सजा वाले, गैर जमानती, रिश्वतखोरी, हमला, हत्या, अपहरण, बलात्कार, भ्रष्टाचार निरोधक कानून, महिलाओं पर अत्याचार शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के 47 में से आठ विधायकों पर मुकदमे दर्ज हैं। इसमें से पांच पर गंभीर धाराएं लगी हैं। इसी तरह कांग्रेस के 19 में से आठ और बसपा के एक जबकि दोनों निर्दलीय प्रत्याशियों पर मुकदमे दर्ज हैं। खानपुर से जीते निर्दलीय विधायक उमेश कुमार पर सर्वाधिक 14 केस दर्ज हैं। उन पर 33 गंभीर धाराएं भी लगी हुई हैं। इसके अलावा कांग्रेस के सुमित हृदयेश पर भी छह मुकदमे दर्ज हैं।