यूकेन और रूस के बीच पिछले पांच दिनों से युद्ध अपने चरम पर है। इसी बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं के स्वदेश लौटने का सिलसिला जारी है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के रहने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं का स्वदेश लौटने का सिलसिला भी जारी है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के काशीपुर के रहने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ये लोग यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं यूक्रेन में जनपद ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर,दिनेशपुर, सितारगंज,गदरपुर, खटीमा आदि स्थानों के भी बच्चे फंसे हुए हैं और सभी बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजन लगातार अपने बच्चों को वापस स्वदेश लाने की अपील कर रहे हैं।
काशीपुर के भी छात्र-छात्राएं यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं। इसी कड़ी में मोहल्ला महेशपुरा फ्रेंड्स कॉलोनी मंझरा रोड काशीपुर के रहने वाले शमशुल आरिफ उर्फ गुड्डू आढ़ती, उसकी बहन मरियम अंसारी, परसादीलाल बाग कटोरा ताल के रहने वाली उंजिला सैफी व थाना आईटीआई जसपुर खुर्द के रहने वाले सुखबीर कौर और खालिक कॉलोनी, मंझरा लक्ष्मीपुर पट्टी निवासी अनवर अली यूक्रेन में फंसे हुए हैं। अब इस संख्या में इजाफा हुआ है इसमें मोहल्ला अल्ली खां के रहने वाले एजाज अहमद, रॉयल एन्क्लेव के रहने वाला ऋतिक राजपूत, गिरीताल के पास रहने वाली कादम्बनी मिश्रा, रामनगर रोड प्रतापपुर के रहने वाले आकाश गौतम, सितारगंज के अथर मालिक और भी आदि शामिल हैं।
वहीं आकाश गौतम के पिता लेखराज गौतम ने कहा कि माह पूर्व अपने रुद्रपुर और रामनगर हल्दुआ के रहने वाले अन्य दो साथियों के साथ काम की तलाश में यूक्रेन गया था. वर्तमान में आकाश पोलैंड के बॉर्डर पर है. उन्हें वहां घुसने नहीं दिया जा रहा है। आकाश ने ईटीवी भारत संवाददाता भागीरथ शर्मा से व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बात की. बता दें कि, अब यूक्रेन में काशीपुर के कुल 9 छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं।
यूक्रेन में खटीमा निवासी ऋषभ लोहिया एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. ऋषभ लोहिया का कहना है कि वह और उनके दोस्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं. ऋषभ ने सरकार से उन्हें भारत वापस लाने की अपील की है। ऋषभ ने कहा कि वह और उनके दोस्त खाने की कमी और डर के साए में यूक्रेन में जीने को मजबूर हैं। ऋषभ ने परिजनों को वीडियो कॉल कर बताया कि वह लोग पोलैंड की सीमा पर पहुंचे थे, जहां पोलैंड की सरकार ने उन्हें पोलैंड की सीमा में दाखिल होने से रोक दिया और वापस भेजा. जिसके बाद वे अपने हॉस्टल वापस आ गए. शहर में कर्फ्यू लगे होने के कारण उनका खाने का सामान भी खत्म हो गया है. उन सभी दोस्तों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो रही है. ऋषभ व उसके दोस्त एक बार फिर पोलैंड के बॉर्डर की ओर जा रहे हैं. उन्होंने वीडियो कॉल पर भारत सरकार से उन्हें वापस भारत लाने की अपील की है।