जनपद ऊधम सिंह नगर के खटीमा में पांच साल से अवैध संबधों के चलते विवाहिता ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव घर से करीब 300 मीटर दूर नाले के किनारे एक खेत में दफन कर दिया। घटना के सात दिन बाद मृतक के भाई ने नाले किनारे मिले फावड़े और ताजा खुदे गड्ढे को देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गड्ढा खोदकर शव बाहर निकाला। घटनास्थल से फावड़ा, हत्या में प्रयुक्त ईंट बरामद कर ली। पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार खटीमा के कुंआखेड़ा निवासी भागीरथ (30) पुत्र रमेश सिंह राणा का विवाह अमाऊं निवासी राजनंदनी से 2013 में हुआ था। भागीरथ 13 फरवरी से लापता था। 17 फरवरी को भगीरथ की मां रामश्री ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। भगीरथ के परिजन उसकी तलाश में जुट गए। शनिवार सुबह भगीरथ का भाई शुभम राणा घर से 300 मीटर की दूरी पर नाले की ओर गया। यहां उसे एक फावड़ा दिखा और गांव के सुग्रीव सिंह के खेत में एक ताजा खुदा गड्ढा भी मिला। शक होने पर शुभम ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसआई देवेंद्र गौरव, हल्का इंचार्ज कैलाश देव ने गड्ढा खुदवाया तो उसमें भगीरथ का शव निकला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। इस मामले में शुभम ने पुलिस को तहरीर देकर अपनी भाभी राजनंदनी व उसके प्रेमी संकेत सिंह निवासी कुंआखेड़ा पर अवैध संबंधों के चलते भाई की हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हत्या करने का पूरा राज उगल दिया। 13 फरवरी को रात साढ़े आठ बजे राजनंदनी अपने पति भगीरथ को लेकर अपने घर के पीछे गई थी, यहां अपने प्रेमी संकेत के साथ मिलकर गला दबा दिया और बेहोशी हालत में संकेत उसे कंधे पर लादकर नाले की ओर ले गया। हत्यारोपी पत्नी फावड़ा लेकर गई और दोनों ने गड्ढा खोदा। इससे पहले पत्नी ने भगीरथ के सिर में ईंट से कई बार किए। इसके बाद दोनों ने गड्ढे में दफन कर दिया। पुलिस ने बताया कि दोनों का पांच साल से अवैध संबंध चल रहा था।