डीएम साहब कलेक्ट्रट परिसर के सड़क पर लगाने वाले जाम और अवैध कब्जाधारियों से तो कलेक्टर परिसर को निजात दिला ही दिया है अब आरटीओ ऑफिस के दलालों से भी छुटकारा दिला दो ! कुछ इस तरीके की गुहार अब जिलामुख्यालय रुद्रपुर के आरटीओ ऑफिस के दलालों के चंगुल में फंसे लोगों का है ।
जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर का आरटीओ कार्यालय दलालों का अड्डा बना हुआ है। यहां बिना दलाली के कोई भी काम संभव नहीं है। विभाग में आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं है। कार्यालय पूरी तरह से दलालों के चंगुल में है। रोजाना सुबह होते ही दलालों का जमावाड़ा आरटीओ कार्यालय के आस पास हो जाता है जो रोजाना आम जनता को अपना शिकार बनाते है। किसी भी प्रकार की गाड़ी के किसी भी प्रकार के काम को यहां बिना दलालों के नहीं किया जा सकता। दो पहिए से लेकर चार पहिए और भारी वाहनों के लाइसेंस से लेकर गाड़ी के कागजातों के निर्माण और संशोधन समेत ट्रांसफर तक का रेट फिक्स है। बिना दलालों के अधिकारियों से मिलना तक यहां मुमकिन नहीं है। 2500 से लेकर 20 हजार रुपए तक की काम चुटकियों में करने का दावा करने वाले यह दलाल बंद कैमरे के बीच अधिकारियों तक सेवा पहुंचाने की बात करते हैं। दलालों के साफ कहना है कि बिना उनसे मिले परिवहन विभाग में कोई काम नही हो सकता है दलालो का साफ साफ कहना है कि चढावे का हिस्सा कई साहब के पास पहुँचता है और साहब बिना पैसे के कोई काम नही करते है। आरटीओ दफ्तर के बाहर बैठने वाले दलालों को कई बार खदेड़ने के लिए पहले भी सैकड़ों बार अभियान चला गया है। लेकिन हर बार कार्रवाई के कुछ समय बाद ही ये लोग फिर से अपना कब्जा जमा लेते हैं।