हरिद्वार। सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या के मौके पर आज हरकी पैड़ी में श्राद्ध व तर्पण करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ आई। इस दौरान श्रृद्धालुओं गंगा स्नान कर पित्रों का आशीर्वाद लिया। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा और व्यवस्था बनाई। इस दौरान कोविड-19 के नियमों के अनुपालन को श्रृद्धालुओं से अपील की गयी। गौरतलब है कि सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या के दिन हर साल यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं और गंगा में डुबकी लगाते हैं। कहा जाता है कि सर्व पितृ अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे पितृ विसर्जन अमावस्या भी कहा जाता है। कहते हैं 15 दिन से धरती पर आए हुए पितर अमावस्या के दिन विदा होते हैं इसलिए इसे पितृ विसर्जन अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पितरों के निमित ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है और दान दक्षिणा देकर सम्मान पूर्वक विदा किया जाता है। सर्व पितृ अमावस्या के दिन उन सभी लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी तिथि ज्ञात नहीं होती या भूल चुके होते हैं। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। कहते हैं कि श्राद्ध के समय दिया गया भोजन पितरों को स्वधा रूप में मिलता है। पितरों को अर्पित हुआ भोजन उन्हें उस रूप में परिवर्तित हो जाता है।
तपस कुमार विश्वास
संपादक