रुद्रपुर। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी ललित मिगलानी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम के भव्य और दिव्य निर्माण करके ना केवल सनातनी मूल्यों और भारतीय संस्कृति को दुनिया के सामने रखा बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को भी साकार करके अपने विराट व्यक्तित्व का परिचय दिया है। मिगलानी ने कहा कि सौ साल पहले बनारस की संकरी गलियां और गंदगी को देखकर महात्मा गांधी ने पीड़ा जताई थी और भव्य काशी का सपना देखा था। खुद को गांधी वादी कहने वाले कांग्रेसी दशकों तक देश में राज करने के बाद भी गांधी जी की पीड़ा को नहीं समझ पाये और उनके सपने को साकार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। जबकि पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की सपनों को साकार करते हुए बाबा विश्वनाथ के धाम को भव्य और दिव्य रूप देने का ऐतिहासिक काम किया है। काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की स्थापना करके पीएम मोदी ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति और सनातन परंपरा को भी वैश्विक मंच पर स्थापित करने का काम किया है। यह प्रधानमंत्री मोदी के विराट व्यक्तित्व का प्रमाण है कि वह दलगत भावना से उपर उठकर सिर्फ देश के विकास की सोच रखते हैं। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज देश विकास नई पटकथा लिख रहा है। पीएम मोदी भारत को विश्व गुरू बनाने का सपना साकार करने की दिशा में लगातार काम कर रहे है। भव्य काशी की स्थापना से हर भारतवासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इसकी स्थापना आने वाली पीढ़ियों को भी गर्व का अनुभव करायेगी। मिगलानी ने कहा कि पीएम मोदी की विकास की सोच धरातल पर साफ नजर आ रही है। उनके नेतृत्व में देश में कई ऐतिहासिक काम हुए हैं जो विरोध की राजनीति करने वाली कांग्रेस के नेताओं को नजर नहीं आ रहे। पीठ पर छूरा घोपने का संकीर्ण मानसिकता वाला अनर्गल बयान देने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके नेताओं को भव्य काशी की स्थापना पर खुले मन से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करना चाहिए। श्री मिगलानी ने कहा कि गांधी जी के नाम का सहारा लेकर राजनीति करने वालों को प्रधानमंत्री मोदी ने भव्य काशी की स्थापना करके कांग्रेस के उस आरोप का भी करारा जवाब दिया है जिसमें कांग्रेस कहा करती है कि प्रधानमंत्री मोदी गांधी के चश्मे का तो इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन उनकी सोच को ग्रहण नहीं कर सकते हैं। इससे साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को अपनी कार्यशैली में क्रियान्वित करने का लगातार प्रयास करते हैं। विरोधी कांग्रेस को सिर्फ सत्ता की चिंता है। देश के परंपरा, संस्कृति और उनके लिए कोई मायने नहीं रखते। यही वजह है कि पिछले दिनों देश के गौरव सीडीएस बिपिन रावत के संस्कार वाले दिन जहां उनकी बेटियां अपने पिता को मुखाग्नि दे रही थी और पूरे देश के लोग नम आंखो के साथ शोक में डूबे हुए थे तो उसी दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गोवा में एक कार्यक्रम में डांस कर रही रही थी। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध अमर्यादित टिप्पणी करके पुनः यह दोहरा दिया कि वह भारतीय संस्कृति के समर्थक नहीं है बल्कि वह भारत के बंटवारे के नायक जिन्ना के समर्थक एवं अनुयाई हैं।
तपस कुमार विश्वास
संपादक