जनपद ऊधम सिंह नगर के नानकमत्ता चार माह पूर्व नगर में हुये चौहरे हत्याकाण्ड के चौथे आरोपी के यूपी एसटीएफ की पकड़ में आने के बाद उत्तराखण्ड पुलिस हत्या से जुड़े कई राज को उगलवाने के लिए उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। चौथे आरोपी के पकड़े जाने से पुलिस को कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिल सकते है। गौरतलब है कि 28 दिसम्बर को खटीमा रोड स्थित आर्शीवाद ज्वैलर्स के स्वामी अंकित रस्तोगी और उसके मामा के लड़के उदित रस्तोगी की ग्राम सिद्ध नवदिया में धारधार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी, जिसके शव अगले दिन दोपहर में नदी किनारे बरामद हुये थे। अंकित की हत्या की खबर बाजार और गांव में आग की तरह फैल गई थी, अभी पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि अंकित कब से घर से गायब है। इसी दौरान घर पर पता करने गए अंकित के भाई आदेश व पुलिस जब घर में घुसी तो सबके होश उड़ गए, घर में अंकित की मां आशा देवी और नानी सन्नो देवी की भी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। नगर में चार हत्या की खबर से लोग सहम गए तो पुलिस प्रशासन के भी हाथ पांव फुल गए। पुलिस के लिए चार हत्या का खुलासा करना एक बड़ी चुनौती बन गया था। हत्या के खुलासे के लिए ऊधम सिंह नगर से लेकर देहरादून तक पुलिस के आलाधिकारी नानकमत्ता में कैम्प किये हुये थे। एसटीएफ से लेकर एसओजी भी डेरा डाले हुए थी। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद 5 दिन बाद हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुये बताया कि अंकित की हत्या की योजना के बनाकर 28 दिसम्बर की रात करीबन 7 बजें रानू रस्तोगी निवासी नानकमत्ता विवके वर्मा व मुकेश वर्मा निवासी सुभाष कालौनी, खटीमा का सचिन सक्सेना बर्थडे के बहाने से वेगनार कार से अपने साथ ले गए और सिद्ध नवदिया में उसकी आंखो में मिर्च डालकर ंअंकित व उसके मामा क पुत्र उदित रस्तोगी की गला रेतकर हत्या कर दी। जिसके बाद चारों हत्यारों में नानकमत्ता में घर आकर अंकित की मां आशा देवी व नानी सन्नो देवी की गला रेतकर हत्या कर घर में लूटपाट की। इस दौरान हत्यारों से घर के अंदर के रास्ते से आर्शीवाद ज्वैलर्स का दरबाजा तोड़कर दुकान में रखी अलमारी के लॉकर खोलने का प्रयास किया लेकिन सफल नही हो पाए। पुलिस के मुताबिक करीबन 40 हजार रूपये की घर से लूट हुई। पुलिस के हत्याकाण्ड के खुलासे पर व्यापार मण्डल समेंत कई संगठनों ने नगद ईनाम से टीम को सम्मानित किया था। थानाध्यक्ष के सी आर्य के साथ पुलिस की टीमों के लिए ये खुलासा बड़ी चुनौती से कम नही था।
अंकित हत्याकाण्ड में चारों आरोपी पुलिस के शिकंजे में तो आ गए लेकिन अभी पुलिस को हत्या से जुड़े कई सबूत मिलना बाकी है। अंकित व उदित की हत्या में इस्तेमाल रॉड, धारधार हथियार अंकित की मां और नानी की हत्या में इस्तेमाल दराती का बरामद करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि हत्या में इस्तेमाल हथियार अहम सबूत है। अंकित व उदित के शव जिस जगह से बरामद हुएं पुलिस को वहां अंकित का मोबाईल तो मिल गया लेकिन काफी तलाश के बाद उदित का मोबाईल घटना स्थल पर नही मिला। ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारों ने उदित का मोबाईल कही फेंक दिया होगा, पुलिस को उदित के मोबाईल की भी तलाश है। खटीमा के सीओ बीएस भण्डारी ने बताया कि सचिन की यूपी के हाथरस में गिरफ्तारी हो चुकी है। सचिन खटीमा का रहने वाला है और काफी शातिर किस्म का है जिसके ऊपर लखनऊ में हत्या व लूट के मुकदमें दर्ज है। सीओ भण्डारी ने बताया कि हम कोर्ट से सचिन सक्सेना को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रहें है, दो चार दिनों मेें उत्तराखण्ड की पुलिस कोर्ट के आदेश लेकर सचिन को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।