स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के परिणाम जारी हो गए हैं। उत्तराखंड के निकायों ने इस बार पिछली बार की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। सबसे बड़े देहरादून नगर निगम की इस बार देशभर में 82वीं रैंक आई है। जो पिछली बार 124 थी। पहली बार राज्य का कोई निकाय टॉप सौ शहरों में शामिल होने में कामयाब रहा है। शहरी विकास निदेशालय के अनुसार इस बार उत्तराखंड की ओवरऑल रैंकिंग चौथी रही है, हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड पहले नंबर पर रहा है। राज्य से हरिद्वार जिले में शिवालिक नगर पालिका के साथ ही लैंसडाउन और देहरादून कैंट बोर्ड को भी अपने अपनी श्रेणी में पुस्कार मिले हैं। स्वच्छ्ता रैंकिंग में इस बार इस बार राज्य में प्रथम स्थान पर देहरादून, दूसरे पर रुड़की, तीसरे पर रुद्रपुर, चौथे स्थान पर हल्द्वानी, पांचवे स्थान पर हरिद्वार और छठे स्थान पर काशीपुर रहा है। देहरादून निगम को देशभर में 82वां, रुड़की को 101वां, रुद्रपुर को 257वां, हल्द्वानी को 257वां, हरिद्वार को 285 वां और काशीपुर को 342वां स्थान मिला है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारत के शहरों की स्वच्छता का राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे कराया जाता हैं। जिसमें स्वच्छता के कई मापदंडों के आधार पर शहरों को सूचीबद्ध किया गया। सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी ने बताया कि सर्वे के आधार पर रुद्रपुर की पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हुई है जिसके तहत देशभर के शहरों में रुद्रपुर को 257 वां स्थान मिला है। वहीं राज्य में भी रुद्रपुर ने अपनी स्थित में सुधार लाते हुए 7वीं पायदान से छलांग लगाते हुए इस वर्ष तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया है। वही आपको बता दे मेयर रामपाल सिंह ने जब पदभार ग्रहण किया था तब नगर निगम की स्वच्छता रैंकिंग 403 थी पिछले वर्ष ये 316 थी। राज्य की बात करें तो उत्तराखंड में रूद्रपुर नगर निगम स्वच्छता रैंकिंग तीसरे स्थान पर है। स्वच्छता रैंकिंग में इस बार रुद्रपुर नगर निगम की रैंकिंग में फिर सुधार हुआ है। मेयर रामपाल सिंह ने शहर की स्वच्छता रेंकिंग एक बार पिछले से बेहतर होने पर शहरवासियों को बधााई दी है।
वही इस मौके पर रुद्रपुर मेयर ने बताया जब उन्होंने मेयर का कार्यभार ग्रहण किया उस समय शहर की स्वच्छता रैकिंग देश में 403 थी। वर्ष 2020 में यह 316 हो गयी थी। इस बार नगर निगम रूद्रपुर की स्वच्छता रैंकिंग 257 दर्ज की गयी है। उत्तरखण्ड के नगर निगमों की रैंकिंग में रूद्रपुर नगर निगम ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। प्रथम स्थान पर देहरादून (82) रहा है। दूसरे स्थान पर रूड़की (101) रहा है। मेयर रामपाल ने कहा कि रैकिंग में सुधार सभी के सहयोग से ही संभव हुआ है। रैकिंग में सुधार इस बात का प्रमाण है कि नगर निगम स्वच्छता को लेकर गंभीर है और शहरवासी भी शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए जागरूक हो रहे हैं। मेयर ने कहा कि स्वच्छता के लिए अब नगर निगम जो कदम उठा रहा है उससे भविष्य में और भी बेहतर और अच्छे परिणाम सामने आयेंगे। मेयर ने कहा नगर निगम लगातार शहरवासियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास कर रहा है। स्वच्छता को लेकर पिछले कुछ समय में नगर निगम ने तमाम बड़े कदम उठाये हैं। कल्याणी नदी की सफाई और उसे पुराने स्वरूप में बहाल करने की मुहिम के साथ ही फाजलपुर महरौला में कूड़ा निस्तारण के लिए प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है। इसके अलावा शहर की खस्ताहाल सड़कों को भी तेजी से दुरूस्त करने का काम किया जा रहा है जिससे शहर न सिर्फ विकास के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है बल्कि स्वच्छता के मामले में भी लगातार सुधार हो रहा है। इसके साथ ही शहर के लोग भी सफाई को लेकर जागरूक हुए हैं। इसी का परिणाम है कि नगर निगम की स्वच्छता रैकिंग में सुधार हुआ है। मेयर ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी सिर्फ नगर निगम की नहीं बल्कि सभी शहरवासियों की है। सभी को स्वच्छता के लिए जागरूक होने की जरूरत है तभी हम शहर को स्वच्छ और सुंदर बना पायेंगे। मेयर ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए नगर निगम की ओर से सभी वार्डों में घर घर कूड़ा उठाने की व्यवस्था की गयी है। लेकिन यह व्यवस्था तभी सार्थक होगी जब लोग घरों के कूड़े को इधर-उधर और नालियों में ना फैंके। खासकर लोगों को शहर को पाॅलीथीन से मुक्त करना जरूरी है। क्यों कि पाॅलीथीन न सिर्फ पर्यावरण के लिए खतरा है बल्कि नाले नालियों में पाॅलीथीन जमा होने से जलभराव की समस्या सामने आती है।