रुद्रपुर। विद्यालय को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को भाग्य विधाता, लेकिन जब शिक्षा के मंदिर पर ही प्रश्न उठने शुरु हो जाएं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं की बच्चों का भविष्य किस तरफ़ जा रहा है। मामला जिला मुख्यालय रुद्रपुर का है। रुद्रपुर में अवैध स्कूलों का बड़ा खेल सामने आया है। बता दें कि रुद्रपुर में बड़ी तेजी से शिक्षा माफिया और अवैध स्कूल पांव पसार रहे हैं। अवैध रूप से स्कूलों का संचालन कर माफियाओं द्वारा मोटी कमाई की जा रही है। एक नहीं कई दर्जनों स्कूल जिला मुख्यालय रुद्रपुर में बिना किसी मान्यता के चल रहे हैं। न इनमें मानक पूरे हैं और न ही मान्यता। एक तरफ जहां कमाई के लिए विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है तो वहीं अवैध स्कूलों के बड़े खेल का खुलास हुआ है। जानकारी के अनुसार रुद्रपुर के ट्रांजिट कैम्प में एक मान्यता प्राप्त स्कूल से अटैच करवाकर कई अवैध स्कूल संचालक शिक्षा का व्यापार कर रहे है। सूत्रों की मानें तो हाल ही में उत्तराखंड सरकार से हाईस्कूल की मान्यता मिलने के बाद रुद्रपुर ट्रांजिट कैम्प के एक विद्यालय ने पहले तो अपने यहां इंटर तक की पढ़ाई शुरू करवा दी। फिर आसपास चलने वाले कई गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को अपने संरक्षण में अवैध स्कूल चलाने की अनुमति दे डाली। हाईस्कूल की मान्यता लेने वाला यह विद्यालय जहां एक ओर अपने विद्यालय में एक स्कूल की मान्यता होने के बाद एक और अन्य अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय का संचालन कर रहा है। तो क्षेत्र में कई आठवीं की मान्यता प्राप्त विद्यालयों को अपने यहां से अटैच कर संचालित करवा रहा है।
बता दें कि एक जिम्मेदार समाचार पोर्टल होने के चलते हमारी नैतिक जिम्मेदारी होती है कि ऐसे कृतियों का और अवैध स्कूलों के संचालन का भंडाफोड़ किया जाए। जिसे कहीं ना कहीं सरकार की छवि और सरकार को भी बड़ा चूना लग रहा हो। लेकिन जिम्मेदार पोर्टल या न्यूज़ एजेंसी के संवाददाता होने के बावजूद भी ऐसी खबरों का प्रकाशन करना काफी मुश्किल हो जाता है। कुछ लोग इन डायरेक्ट तौर पर ऐसी खबर प्रकाशित होने के बाद न्यूज़ एजेंसी और संवाददाता के खिलाफ जहां अपने संगठन के नाम पर मोर्चा खोल लेते हैं तो वहीं जान से मारने, झूठे मुक़दमे में फसाने और रिश्वत लेने जैसे आरोप लगाते हैं। लेकिन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों और अभिभावकों को चूना लगाने वालों के खिलाफ हमारी मुहिम जारी रहेगी।