उत्तराखंड मुक्त विवि के प्रोफेसर अजय रावत की एक पुस्तक में थारू समाज पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप के मामले की जांच एसपी क्राइम को सौंपी गई है। मामले में कुछ दिन पहले राणा थारू परिषद, युवा मंच और बारह राणा स्मारक समिति ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने खटीमा थाने में मुकदमा पंजीकृत किया था।
आपको बता दे थारू समाज के लोगों का आरोप है कि उत्तराखंड मुक्त विवि हल्द्वानी के प्रोफेसर अजय सिंह रावत ने अपनी पुस्तक उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास में थारू जनजाति समाज को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। मात्र संभावनाओं के आधार पर पूरी जनजाति समुदाय के संबंध में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करके समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई हैं। उन्होंने पुस्तक पर प्रतिबंध लगाते हुए उत्तराखंड मुक्त विवि के पाठयक्रम से इसे हटाने और प्रोफेसर अजय रावत के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इस मामले में पुलिस ने कोतवाली खटीमा में मुकदमा दर्ज किया था। एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद अब मामले की जांच एसपी क्राइम अभय सिंह को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।