रुद्रपुर। आज अपने तय कार्यक्रम के अनुसार लखनऊ पहुंचे उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न केवल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की, बल्कि वह अपने कॉलेज भी पहुंचे। जहां उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों को याद किया और भावुक हो गए। इस दौरान उन्होंने गुरूजनों का आशीर्वाद लिया। कहा कि आज जो भी हूं गुरूजनों के आशीर्वाद से हूं और यहां से बहुत कुछ सीखने को मिला, आज भी सीख रहा हूं। सीएम धामी की इन बातों को सुनकर वहां मौजूद लोग उनके कायल हो गए। इससे पूर्व सीएम धामी ने यूपी की राज्यपाल श्रीमती पटेल को स्मृति चिन्ह के तौर पर भगवान केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति तथा रुद्राक्ष का पौंधा भेंट किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शॉल और दो पुस्तकें ‘लोकहित के मुखर स्वर’ तथा ‘वो मुझे हमेशा याद रहेंगे’ देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएम धामी उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के लखनऊ स्थित आवास पर पहुंचे। यहां पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर सीएम धामी का स्वागत किया गया। इसके साथ ही उन्होंने शाल एवं विधान सभा का मोमेंटो भी मुख्यमंत्री को भेंट किया। सीएम धामी ने भी विधानसभा अध्यक्ष का शाल ओढ़ाकर एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर का स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष श्री दीक्षित ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को स्वरचित पण्डित दीनदयाल उपाध्याय द्रष्टा, दृष्टि और दर्शन, अथर्ववेद का मधु, ज्ञान का ज्ञान, मधु अभिलाषा हिन्द स्वराज्य का पुनर्पाठ, राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ अर्न्तसंवाद एवं संसदीय दीपिका की मासिक पत्रिका भी भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय पर लिखी पुस्तक के लेखन शैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं एवं भारतीय सांस्कृतिक एवं आर्थिक दर्शन का जिस तरह विश्लेषण किया गया है वह जन-जन के लिए उपयोगी है। इसके बाद उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री धामी लखनऊ विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर सीएम धामी ने लखनऊ विश्विद्यालय एलुमनाई फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस अभिनंदन समारोह को सम्बोधित किया। धामी ने कहा कि वे लखनऊ विश्वविद्यालय से पढ़े हैं। यहां के विद्यार्थी जीवन से लेकर राजनीति के क्षेत्र में आने तक उनका लखनऊ से जुड़ाव रहा है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष दीक्षित के साथ बिताए पलों को भी याद किया। कहा कि लखनऊ प्रवास के बीच उनकी विश्व संवाद केन्द्र में विधानसभा अध्यक्ष दीक्षित से भेंट होती रहती थी। उन्हें राजनैतिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मामलों में श्री दीक्षित का सदैव मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है। इन सब स्मृतियों का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें प्रथम बार लखनऊ आने का अवसर प्राप्त हुआ है। लखनऊ आने पर सर्वप्रथम उन्होंने अपने अग्रजों और मार्गदर्शकों से भेंट करने का कार्यक्रम बनाया है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा प्रदेश के कानून मंत्री व लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष बृजेश पाठक, पूर्व अध्यक्ष सरोज तिवारी, पूर्व अध्यक्ष दयाशंकर सिंह समेत तमाम पूर्व अध्यक्ष शामिल रहे। इससे पूर्व सीएम धामी हनुमान मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना कर हनुमान जी का अशीर्वाद लिया।




