उत्तराखंड में भाजपा के विकास विकास और सिर्फ विकास के दावों के बीच जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर महानगर के ट्रांजिट कैंप की मुख्य सड़क आज बह अपनी बदहालीकी गाथा गा रहा है, भाजपा सरकार की उदाशीनता और नगर निगम की लापरवाही से सड़क का निर्माण प्रारंभ होने बाद अब कई महीनों से एक बार फिर मझधार में लटकी की है। ठेकेदार द्वारा सड़क पर बिछाया गया पत्थर लगातार हादसे का सबब बन रहा है। रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप में आधा शहर निवास करता है, लेकिन वह की बदहाल सड़कें आज भी बदहाल ही है।
आपको बता कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर तत्कालीन सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपनी सबसे पहली घोषणा टांजिट कैंप की मुख्य सड़क बनाने की घोषणा की थी,जिसके दो साल तक सड़क नहीं बनी तो लोगों ने सड़क पर उतर कर आंदोलन शुरू कर किया , लोगों के आक्रोश के बाद सरकार जागी, तो सड़क का बजट जारी करने के साथ ही निर्माण शुरू किया गया, लेकिन प्रदेश में अब सरकार का कार्यकाल खत्म होने वाला है, लेकिन करीब ढाई किलोमीटर की यह सड़क आज भी अधूरी है।
जानकारी के अनुसार सड़क निर्माण का जिम्मा दो विभागों ने अपने कंधों पर उठाया। भाजपा सरकार द्वारा सड़क पास करने के बाद पी डब्लू डी और नगर निगम ने पूरी सड़क को बनाने का पूर्ण जिम्मा अपने कंधों पर उठाया। पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए सड़क लगभग लगभग पूरी हो चुकी है लेकिन कभी अतिक्रमण के नाम पर तो कभी सड़क निर्माण के बाद नाली निर्माण के लिए अतिक्रमणकारियों ने कार्य में अक्सर बाधा डाला और इस रूकावट के बीच बड़े राजनीतिक नेताओं से ताल्लुक रखने वाले छूट भैया नेताओं ने भी सड़क के विकास में रोड़ा बिछाने का काम किया। आलम यह है कि पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए सड़क तो लगभग लगभग पूरी हो चुकी है लेकिन नाली निर्माण का कार्य अभी भी अधूरा है अतिक्रमणकारियों ने नेताओं से अपनी पहुंच दिखाकर अभी भी इस सड़क के विकास को रोकने में अपनी अहम भूमिका बना रखी है। लाचार और कमजोर नगर निगम भी अतिक्रमणकारियों के सामने नतमस्तक हैं सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदारों ने हिम्मत दिखाते हुए सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया लेकिन आज तक इस सड़क को पूर्ण तरीके से लोगों को समर्पित करने में फेल साबित हुए हैं नगर निगम भी इन अतिक्रमणकारियों के सामने बेबस और कमजोर नजर आ रहा है दो हिस्सों में बनने वाली सड़क के दूसरे भाग में सड़क पर ठेकेदार ने छ: माह पहले पत्थर तो बिछा दिया है लेकिन इसके बाद काम बंद कर दिया, जिससे आवाजाही करने वाले लोगो को परेशानी उठानी पड़ रही है। सड़क किनारे कुछ लोगों का दुकान के नाम पर कब्जा है,जिसमें एक सफेद पोश भी शामिल हैं,जिसने अपने निजी फायदे के लिए आमजनता को परेशानी में डाल रखा है और उसे हटाने की जहमत नगर निगम भी नहीं कर पा रहा है। उसी के इशारे पर अन्य अतिक्रमणकारियों को निगम ने जीवनदान दे रखा है।
वही सड़क का निर्माण छः माह से रुके होने के मामले नगर निगम के एई गजेन्द्र पाल सिंह का कहना कि विघुतपोल शिफ्ट न होने की वजह से निर्माण रोका गया है, उन्होंने बताया कि कुछ लोगो को प्रशासन की तरफ से पहले दुकानें आबंटित की गई थी,जो रोड में आ रही,उन दुकानदारों को दूसरी जगह दुकानों की जमीन देकर सड़क खाली कराई जायेगी। दुकानदाराें ने कोर्ट की भी शरण ले रखी है। वहीं सड़क का निर्माण करने वाले ठेकेदार का कहना कि सड़क का निर्माण अतिक्रमणकारियों की वजह से रुका हुआ है।